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नौगांव ञ्च पत्रिका. नगर के नजदीकी ग्राम कुम्हार टोली स्थित टिंकू यादव के खेत पर एक टिटहरी ने तीन अण्डे दिए हैं। टिटहरी के अण्डे देखकर बुजुर्गों ने बताया कि टिटहरी के अंडे से बारिश का अनुमान लगाने की परंपरा रही है। टिटहरी ने तीन अंडे दिए हैं तो इस वर्ष तीन माह बारिश होने की संभावना है। बुजुर्गों व किसानों ने बताया की पहले के ज़माने में ऋषि-मुनि व किसान टिटहरी के अण्डे व उनके आकर को देखकर बारिश का अनुमान लगाते थे और वह अनुमान सही होता था। उसी के हिसाब से खेतों की जुताई और बुबाई होती थी। आज भी हम लोग इसी तरह देख कर अनुमान लगा लेते है और काफी हद तक यह सही होता है। गांव के 95 वर्षीय बुजुर्ग बड़े भाई ने बताया की टिटहरी ने जितने अण्डे दिए है उतने ही माह बारिश होगी। यदि जितने अण्डे लेटे हुए है तो उतने माह कम बारिस होगी और जितने अण्डों का नोक वाला हिस्सा नीचे होगा उतने माह ज्यादा बारिश होती है। खेत के मालिक टिंकू यादव ने बताया की टिटहरी ने जो अण्डे दिए है उनकी नोक तो नीचे है पर इस वर्ष टिटहरी ने जमीन की निचली सतह पर अण्डे दिए है।
मौसम विभाग के वैज्ञानिक हेमंत कुमार सिन्हा ने बताया की पहले के लोग टिटहरी के अण्डों के आधार पर ही अपने खेतों में फसल की बोनी करते थे। टिटहरी पक्षी अप्रेल से जून के बीच अण्डे देती है। जितने अण्डे देती है, उतने महीने बारिश होती ह।ै टिटहरी जमीन की ऊपरी सतह पर अण्डे देती है तो ज्यादा बारिश और यदि जमीन की समतल सतह पर अण्डे देती है तो सामान्य बारिश और यदि निचले हिस्से में देती है तो सूखा जैसी स्थिति बनने के आसार होते हैं।
Published on:
25 Apr 2020 03:49 pm
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