
डॉक्टर की तलाश में भटकते मरीज
छतरपुर. जिला अस्पताल इलाज कराने आने वाले मरीजों की परेशानी को दूर करने के लिए टोकन सिस्टम लागू किया जाना है। इसके लिए चार महीने पहले मशीनें मंगवाई गई। लेकिन इन मशीनों का उपयोग ही शुरु नहीं हो सका है। लापरवाही इस कदर है कि अभी तक मशीनों का ट्रायल ही नहीं हुआ है। मशीन इंस्टॉल करने के बाद से जस की तस पड़ी हुई हैं।
65 इंच की एलइडी में होगा डिस्प्ले
जिला अस्पताल में ओपीडी की व्यवस्था सुधारने के लिए यह क्यू मैनेजमेंट सिस्टम है, लेकिन इसे तभी लागू किया जा सकेगा, जब महीने चालू होंगी। इस सिस्टम के तहत अब ओपीडी काउंटर पर टोकन मशीन, बड़ी एलईडी डिस्पेल के साथ अनाउसमेंट भी किया जाना है। मशीन से मिलने वाले टोकन के बाद मरीज अपना रजिस्ट्रेशन करा सकता है। इसके लिए अस्पताल में 65 इंच की एलईडी डिस्प्ले भी लगाई गई है।
मशीन से मिलेगी ये सुविधा
उक्त मशीन मरीजों को बताती है कि किस कक्ष में कौन से डॉक्टर के पास इलाज के लिए जाना है और नंबर कौन सा है। वर्तमान में मरीजों को अस्पताल में पार्ची कटाने के बाद इलाज के लिए किस डॉक्टर से संपर्क करना है और कौन से कक्ष में बीमारी से संबंधित डॉक्टर उपलब्ध हैं। ट्रायल होने के बाद टोकन सिस्टम लागू कर दिया जाएगा। मरीजों को टोकन सिस्टम के अनुसार पर्ची कटवाने के बाद किस डॉक्टर के पास जाना है और वह कौन से कक्ष में उपलब्ध हैं। साथ ही मरीज का नंबर कौन सा है, यह सब कम्प्यूटर सिस्टम के तहत एलईडी पर एनाउंस भी किया जाएगा। जो मरीज को वहां दिखाई और सुनाई देगा। जिससे आसानी के साथ मरीज अपने इलाज के लिए संबंधति डॉक्टर तक पहुंच सकता है। यह जिले का एकमात्र सरकारी अस्पताल है, जहां यह मशीने उपलब्ध कराई गई हैं, ताकि टोकन नंबर आने पर मरीज आ जाएं। अस्पताल में एलईडी डिस्पले लग जाने से डॉक्टर बंक नहीं मार पाएंगे।
इनका कहना है
मशीनों का इंस्टॉलेशन किया गया था, लेकिन इस बीच कुछ तकनीकी खराबी आ गई। इस कारण उन्हें बंद करना पड़ा। अब खराबी दुरुस्त कर ली गई है, जल्द ही टोकन सुविधा शुरू होगी।
डॉ. जीएल अहिरवार, सिविल सर्जन
Published on:
03 Oct 2023 11:12 am
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