छतरपुर. जिले में लाड़ली बहनों के खाते में 1 रुपए भेजकर ट्रायल रन किया गया है। इन्हीं खातों में 10 जून से हर महीने एक हजार रुपए आएंगे। जिले में लाड़ली बहना योजना की तस्वीर साफ हो गई है। 2 लाख 42 हजार से अधिक महिलाओं का चयन लाड़ली बहना योजना में किया गया है, जबकि लगभग 36 हजार आवेदन निरस्त कर दिए गए हैं।
अधूरे आवेदन रद्द
वे आवेदन जिनके या तो बैंक खाते या तो आधार से लिंक नहीं हो सके या फिर डीबीटी नहीं हुए हैं। उनके आवेदन निरस्त हुए हैं। जिलेभर से 3 लाख 18 हजार 691 महिलाओं ने आवेदन जमा किए थे। इसके विरुद्ध 5 हजार 816 आपत्तियां आई थीं। महिला बाल विकास विभाग ने सभी आपत्तियों का निराकरण कर दिया है। राज्य शासन द्वारा चयनित महिलाओं के खाते में प्रतिमाह एक हजार रुपए ट्रांसफर किए जाएंगे। इसकी शुरुआत 10 जून से होगी। सरकार ने ट्रायल रन के रूप में इन सभी खातों में एक रुपए डाला है।
जिला कार्यक्रम अधिकारी राजीव सिंह ने बताया कि 2 लाख 85 हजार 66 खाते आधार से लिंकेज हो गए हैं। इसी तरह 2 लाख 82 हजार 854 खाते डीबीटी हुए हैं। इसके अलावा 40 हजार आवेदनों में फोटो से फोटो, चेहरे पर घूंघट और बिना फोटो के कर दिए गए हैं। चूंकि योजना आवेदन की प्रक्रिया होने के बाद संशोधन की व्यवस्था नहीं है। यह गड़बड़ी ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया के दौरान कंप्यूटर ऑपरेटरों की है और इसमें अब सुधार की गुंजाइश नहीं है। प्रारंभिक पड़ताल मैं जो गड़बड़ी सामने आई है, उसमें ऑनलाइन फीडिंग के दौरान ऑपरेटरों ने महिला हितग्राही की फोटो मोबाइल से नहीं खींची है, बल्कि फोटो से फोटो खींचकर उसे अपलोड कर दिया है। ऐसी महिलाओं के आवेदन निरस्त कर दिए गए हैं।
अधिकारियों का कहना है कि राज्य शासन की तरफ से अभी तक इन बारे में कोई गाइडलाइन नहीं आई है। वहीं बड़ी तादात में उन महिलाओं ने भी फॉर्म जमा किए हैं, जो योजना की शर्तों पर खरी नहीं उतरी हैं। गौरतलब है कि महिलाओं को आर्थिक सुरक्षा प्रदान करने और उनको सामाजिक स्तर पर सशक्त बनाने के लिए राज्य शासन ने इस योजना की शुरुआत की है। इसके तहत चयनित महिला को एक साल में 12 हजार रुपए की आर्थिक सहायता दी जाएगी।