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Education: पीजी कॉलेज के लाइब्रेरी भवन से शिफ्ट नहीं हो पाया विश्वविद्यालय

संभव मदद करने के लिए कह चुके हैं,

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College: पीजी कॉलेज को छिंदवाड़ा विश्वविद्यालय के शिफ्ट होने का इंतजार

College: पीजी कॉलेज को छिंदवाड़ा विश्वविद्यालय के शिफ्ट होने का इंतजार

छिंदवाड़ा. उच्च शिक्षा विभाग मंत्री के घोषणा के लगभग दस माह बाद भी पीजी कॉलेज का लाइब्रेरी भवन खाली नहीं हो पाया। ऐसे में पीजी कॉलेज की नैक ग्रेडिंग सुधरनी मुश्किल लग रही है। हालांकि बीते दिनों उच्च शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव कलेक्टर को पत्र लिखकर नैक मूल्यांकन के संबंध में कॉलेज को हर संभव मदद करने के लिए कह चुके हैं, लेकिन अब तक उस पर कोई प्रभावी कार्यवाही नहीं हुई है। गौरतलब है कि 29 जनवरी 2021 को उच्च शिक्षा विभाग मंत्री काराबोह डैम के पास 6.21 करोड़ की लागत से बने शासकीय लॉ कॉलेज एवं चांद में 6.50 करोड़ की लागत से बने शासकीय कॉलेज के नवनिर्मित भवन का लोकार्पण करने आए थे। इस अवसर पर मंत्री डॉ. मोहन यादव ने विद्यार्थियों को कई सौगात दी। शासकीय विधि महाविद्यालय में एलएलएम, बीए एलएलबी सहित अन्य विषयों को प्रारंभ करने, महाविद्यालय की बाउंड्रीवाल निर्माण जिला योजना एवं जनभागीदारी माध्यम से करने की बात कही । पीजी कॉलेज प्राचार्य डॉ. अमिताभ पांडे द्वारा महाविद्यालय के उन्नयन हेतु छिंदवाड़ा विवि छिंदवाड़ा को अन्यत्र भवन में स्थानांतरण, रूसा से 6 करोड़ 75 लाख की स्वीकृति जिससे विज्ञान संकाय हेतु भवन का निर्माण, संकृत विषय में स्नातकोत्तर कक्षाओं का प्रारंभ, स्नातक स्तर पर संगीत, मनोविज्ञान, दर्शनशास्त्र, फाइन आर्ट, माईक्रोबायोलाजी, बायोटेक्नालाजी, कृषि विषय सहित अन्य विषय प्रारंभ करने, महाविद्यालय के खेल मैदान को स्टेडियम के रूप में उन्नयन, छात्र संख्या 9200 के आधार पर प्रत्येक विभागों में सहायक प्राध्यापक के दो-दो पद शासन स्तर पर स्वीकृत सहित अन्य मांग की गई थी। उच्च शिक्षा मंत्री ने सभी मांगों को मानते हुए शीघ्र पूर्ण करने एवं छिंदवाड़ा विश्वविद्यालय का प्रशासनिक कार्यालय पीजी कॉलेज के लाइब्रेरी भवन से शिफ्ट कर विधि महाविद्यालय के नवीन भवन में स्थानान्तरित करने की घोषणा की। हालांकि अब तक अधिकतर घोषणाएं पूरी नहीं हो पाई।

इनका कहना है..
कॉलेज का नैक मूल्यांकन जल्द होना है। इसके लिए कवर्ड कैम्पस और पीजी कॉलेज का लाइब्रेरी भवन खाली होना जरूरी है। सभी प्रक्रिया चल रही है। उम्मीद है कि दोनों समस्याओं का समाधान जल्द हो जाएगा।
डॉ. अमिताभ पांडे, प्राचार्य, पीजी कॉलेज