प्रदर्शनी में अधिकतर विद्यार्थियों को प्रस्तुत किए गए मॉडल की पर्याप्त जानकारी नहीं है। वहीं कुछ विद्यार्थी तो सीधे-सीधे यह कहने में नहीं हिचक रहे कि मॉडल उन्होंने नहीं बल्कि शिक्षकों ने या फिर घरवालों ने तैयार किया है। प्रदर्शनी में छिंदवाड़ा और सिवनी जिले के लगभग तीन सौ मॉडल प्रस्तुत किए गए हैं।
केस नंबर-वन
अमरवाड़ा ब्लॉक के के छात्र ने प्रदर्शनी में मॉडल प्रस्तुत किया है। इस मॉडल क्या और कितना कारगर होगा इस बारे में छात्र को कोई जानकारी नहीं थी। पूछने पर उसने बताया कि यह मॉडल उनके शिक्षक ने तैयार किया है। इस समय वह बाहर गए हुए हैं।
केस नंबर-दो
बिछुआ ब्लॉक के माध्यमिक शाला आमाझिरी खुर्द के छात्र से मॉडल के बारे में पूछने पर उसके चेहरे पर मुस्कुराहट आ गई। वह मॉडल से सम्बंधित जानकारी देने में असहज महसूस कर रहा था। बताया कि शिक्षक को मॉडल के बारे में पूरी जानकारी है।
चाहिए अधिक राशि
प्रदर्शनी में आए अधिकतर विद्यार्थियों का कहना है कि मॉडल तैयार करने के लिए पांच हजार रुपए मिलते हैं, लेकिन यह राशि प्रर्याप्त नहीं है। अच्छे मॉडल तैयार करने के लिए काफी अधिक खर्च लगता है। छात्र विनोद ने बताया कि मैं स्वचालित यंत्र भी तैयार कर सकता हूं।
इसकी सभी विधि मुझे पता है, लेकिन इतनी राशि में मॉडल तैयार नहीं हो सकता था। प्रदर्शनी में हवा से विद्युत उत्पन्न करना, बाढ़ की चेतावनी यंत्र सहित कई ऐसे मॉडल भी हैं जो चौंकाने वाले हैं।