3.50 घंटे घाटी में फंसी रही ट्रेन
ट्रेन अपने निर्धारित समय शाम 7.50 बजे की जगह रात एक बजे छिंदवाड़ा स्टेशन पहुंची। यात्री लगभग साढ़े तीन घंटे घाटी में ट्रेन में ही फंसे रहे। इस दौरान अफरा- तफरी का माहौल बन गया।
नहीं लगाई गई थी जालियां
ट्रैक पर पत्थर गिरने की घटना के बाद रेलवे प्रशासन सकते में आ गया। जानकारी के अनुसार, जिस जगह पत्थर गिरा वहां पर पत्थरों को गिरने से रोकने के लिए जालियां नहीं लगाई गई थी। जिसके कारण कई सवाल खड़े हो रहे हैं।
डीआरएम ने निरीक्षण कर जांची खामियां
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे नागपुर मंडल के डीआरएम दीपक गुप्ता ने पत्थर गिरने की घटना के बाद बीते शनिवार को इतवारी से सिवनी तक फुट प्लेटिंग निरीक्षण किया। इंजन में खड़े होकर सेक्शन में किसी भी हादसे की संभावना को लेकर खामियां जांची और आवश्यक निर्देश अधिनस्थ अधिकारियों को दिए।
जालियां लगाई जा रही
नागपुर मंडल के डीईएन सुरेश कुमार सिंह ने बताया कि आंधी और बारिश की वजह से रेलवे ट्रैक पर पत्थर गिर गया था। इंजन क्षतिग्रस्त हुआ था। भविष्य में ऐसी घटना न हो इसके लिए जालियां लगाई जा रही हैं।