23 दिसंबर 2025,

मंगलवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

सवालों के घेरे में MP पुलिसः जिसे नौ वर्ष पूर्व मृतक घोषित किया था वहीं युवती आ गई सामने

- वरिष्ठ अधिकारी विभिन्न बिंदुओं पर करेंगे जांच, जांच अधिकारी से लेकर टीम में शामिल अन्य लोगों पर गिर सकती है गाज

2 min read
Google source verification
police_under_questions.png

छिंदवाड़ा। क्षेत्र में जहां एक लड़की को मृतक मानते हुए न केवल पुलिस की ओर से हत्या का प्रकरण दर्ज किया गया, बल्कि उसी के पिता व भाई को इस जुर्म के लिए जेल में तक डाल दिया गया। अचानक 9 साल के पश्चात वह युवती एकाएक पुलिस के सामने जिंदा खड़ी थी।

यह मामला है छिंदवाड़ा के सिंगोड़ी चैकी क्षेत्र के ग्राम जोपनला का, जहां युवती के अचानक सामने आ जाने के बाद से न केवल पुलिस की कार्यप्रणाली पर प्रश्न खड़े होना शुरु हो गए हैं बल्कि इस युवती के पिता और भाई को किस चीज की सजा मिली इसे लेकर भी सवाल पैदा होने लगे हैं।

इस पूरे मामले के संबंध में जो जानकारी सामने आ रही है उसके अनुसार सिंगोड़ी चैकी के अंतर्गत ग्राम जोपनला में पुलिस द्वारा साल 2014 में मृत बताई गई एक युवती अचानक घर वापस आ गई।

पूरे मामले में सबसे खास बात ये है कि पुलिस ने दो साल पहले ही युवती के कंकाल की बरामदगी तक दिखा दी थी और हत्या के आरोप में युवती के पिता और भाई को जेल भेज दिया था।

वहीं अब पुलिस के बचाव में सामने आए एएसपी संजीव उइके का कहना है कि पुलिस की पूछताछ में लड़की के पिता और भाई ने लड़की को दफनाने की बात कबूल की थी। इस दौरान बताए गए स्थान से कंकाल भी बरामद हुआ था। लेकिन इस मामले में अभी तक डीएनए रिपोर्ट प्राप्त नहीं हुई है। जो लड़की खुद को कंचन उइके बता रही है, अब उसकी जांच कर रहे हैं।

दरअसल पुलिस द्वारा कायम किए गए प्रकरण के मुताबिक युवती के भाई सोनू ने अपने पिता के साथ 13 जून 2014 को लाठी से हमला कर बहन की हत्या कर दी थी और शव को घर के पास खेत में दफना दिया था। उसकी बरामदगी भी 2021 में पुलिस ने तमाम गवाहों के सामने कर उसका पंचनामा बना दिया। इसके साथ ही युवती के भाई और पिता से अपराध कबूल भी करवा लिया गया।

इसके अलावा मेडिकल रिपोर्ट और तमाम शिनाख्ती दस्तावेज बनाने के साथ ही तहसीलदार और चिकित्सकों की पुष्टि भी हासिल कर ली। इसके पश्चात इन सबूतों के आधार पर लड़की के भाई और पिता को जेल भेज कर सारी औपचारिकताएं पूरी करके न्यायालय में चालान भी पेश कर दिया था, लेकिन अब जब अचानक युवती अपने घर वापस आ गई। उसे देखकर गांव वालों सहित घर वाले भी अचंभित रह गए।

वहीं पुलिस द्वारा जिस युवती को मृत घोषित किया था उसके अनुसार वो अपनी मर्जी से घर से गई थी। इस दौरान वहे उज्जैन के पास रही और उसने शादी भी कर ली। युवती का आरोप है कि उसके पिता और भाई निर्दोष हैं, उन्हें पुलिस ने जबरन फंसाया है। ज्ञात हो कि युवती का भाई दो साल से जेल में है। जबकि पिता को 1 साल जेल में रहने के बाद उम्र के आधार पर जमानत मिली है। अब युवती का कहना है कि उसके निर्दोष भाई और पिता के साथ इंसाफ किया जाए।