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जल बिहार के लिए निकली महाकाली की प्रतिमा

सैकड़ों की संख्या में भक्तों का सैलाब उमड़ा। भक्तों ने बैंड बाजे की धुनों में नाचते गाते माता महाकाली को विदाई दी।

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Statue of Mahakali emanating from Jal Bihar

जल बिहार के लिए निकली महाकाली की प्रतिमा

छिंदवाड़ा. दातलावादी. ग्राम पंचायत दातलावादी दातला क्लब वार्ड क्रमांक 18 वेकोलि रेस्ट हाउस के सामने परम्परा के अनुसार इस वर्ष भी माता महाकाली की प्रतिमा की स्थापना दीपावली पर विधि विधान से की गई थी। प्रतिदिन पूजा अर्चना के साथ ही विविध कार्यक्रम आयोजित किए गए। बुधवार को हवन पूजन के पश्चात भंडारे का आयोजन कया गया। इसी क्रम में गुरुवार दोपहर में माता महाकाली की जलविहार यात्रा निकाली गई, जिसमें सैकड़ों की संख्या में भक्तों का सैलाब उमड़ा। भक्तों ने बैंड बाजे की धुनों में नाचते गाते माता महाकाली को विदाई दी।
माता महाकाली की जलविहार यात्रा के दौरान समिति द्वारा आकर्षक झांकियों की प्रस्तुति भी दी गई, जिसमें भगवान शंकर की वेशभूषा और पवन पुत्र हनुमान की वेशभूषा को देखने लोगों का सैलाब उमड़ पड़ा। वहीं शेर की खाल में आकर्षक नृत्य ने भी लोगों का मन मोहा। इसके अतिरिक्त माता महाकाली का रूप धरि बालिका भी विशेष आकर्षण का केंद्र रही। लोगों ने आशीर्वाद भी प्राप्त किया। अंत में दातला स्थित टाकिया नदी में माता महाकाली की प्रतिमा का विसर्जन किया गया।
नगर में जगह-जगह माता महाकाली की स्थापना की गई थी। माता महाकाली का विधि-विधान से पूजन अर्चन प्रतिदिन किया गया। गुरुवार को नगर के विभिन्न माता महाकाली प्रतिमा स्थल पर यज्ञ की पवित्र अग्नि में पूर्णाहूति डाली गई। साथ ही नगर में जगह-जगह माता महाकाली का भंडार भी वितरित किया गया। इसी कड़ी में नगर के वार्ड क्रमांक 10-11 युवा शक्ति महाकाली पूजा समिति प्रांगण में विराजमान माता महाकाली परिसर में चल रहे यज्ञ का समापन पूर्णाहूति के साथ किया गया। दोपहर 12.00 बजे से भंडारे का आयोजन किया गया।
विसर्जन के लिए निकली प्रतिमा: नगर में माता महाकाली की प्रतिमाओं के विसर्जन का दौर बुधवार से ही प्रारंभ हो गया था। गुरुवार को भी माता महाकाली की प्रतिमाओं के विसर्जन का दौर जारी रहा। नगर के मुख्य बाजार से होते हुए बैण्ड बाजे की धुनों में भक्तों के झूमने के साथ ही विसर्जन स्थल बंधा ताल पहुंचीं और बंधाताल में विधि विधान से विसर्जन किया गया।