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पारडसिंगा/लिंगा. ग्राम पंचायत गोरेघाट के ग्राम सालीमेटा में बोरवेल खनन के बाद पीएचई विभाग विवादों में है। मिली जानकारी के अनुसार पीएचई अभी तक इस गांव में 7 बोर खुदवा चुका है लेकिन अधिकारियों की लापरवाही की वजह से कुछ बोर खाली गए तो कुछ धंस गए है।
सालीमेटा रोड पर एक 420 फीट बोरवेल की खुदाई हुई, जिसमें साढ़े 3 इंच तक पानी भी निकला, लेकिन पीएचई ने इस 420 फीट के बोरवेल में सिर्फ 120 फीट तक ही केसिंग पाइप डाला। जबकि ग्रामीणों ने यहां करीब 350 फीट तक केसिंग पाइप डालने की मांग की थी। इस पर पीएचई विभाग अधिकारी विश्वकर्मा का कहना था कि हम इतना केसिंग पाइप नहीं डाल सकते। अब यह बोरवेल भी पूरी तरह धंस चुका है। इसका खमियाजा ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है। उन्हें पानी के लिए परेशान होना पड़ेगा। वहीं बताया जाता है कि बोरवेल की अधिकारियो ने टेस्टिंग भी नहीं की है। पंच योगेश भोजने एवं ग्रामीणों का आरोप है कि अन्य पंचायतों में 550 फीट तक केसिंग पाइप डलवाया गया है। बोरवेल मशीन के संचालक बोर को निर्धारित जगह पर खोदने की बजाय पहाड़ी इलाकों पर बोर करते है। जानकारी मांगने पर विभागीय अधिकारी भी गोलमोल जवाब देते हैं। वहीं सरपंच विजेन्द्र इवनाती का कहना है कि उच्चाधिकारियों से इसकी शिकायत की जाएगी। फिलहाल यह मामला तुल पकड़ते जा रहा है। ग्रामीणों ने उच्च अधिकारियों से इस मामले की जांच करवाने की मांग की है।
मुझे बोरवेल के संबंध में ग्रामीणों ने जानकारी दी थी। निरीक्षण किया गया तो गड़बड़ी
पाई गई। पीएचई अधिकारियों से बात करनी चाही तो उन्होंने फोन नहीं उठाया।
कुबेर सिंह टेकनकर, जनपद सदस्य
Published on:
30 Dec 2022 06:33 pm
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