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कोरोना: पाला छूते-छूते बच गया जनपद तीन मजदूर निकले पॉज़िटिव लेकिन…

बुन्देलखण्ड में भी कोरोना ने दस्तक दे दी है. बांदा में तो एक ही दिन में 10 पॉजिटव केस पाए गए.

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कोरोना: पाला छूते-छूते बच गया जनपद तीन मजदूर निकले पॉज़िटिव लेकिन...

कोरोना: पाला छूते-छूते बच गया जनपद तीन मजदूर निकले पॉज़िटिव लेकिन...

चित्रकूट: बुन्देलखण्ड में भी कोरोना ने दस्तक दे दी है. झांसी बांदा जालौन में कोरोना की आमद हो चुकी है. बांदा में तो एक ही दिन में 10 पॉजिटव केस पाए गए. इनमें 7 मरीज स्थानीय जनपद के हैं जबकि 3 मरीज जो मजदूर हैं वे चित्रकूट के भरतकूप थाना क्षेत्र अंतर्गत लूक दउरई के रहने वाले हैं. इन सभी को बांदा मेडिकल कॉलेज में भर्ती किया गया है. पॉजिटव मजदूरों ने फोन पर बातचीत में बताया कि वे इंदौर से 1 मई को ट्रक द्वारा झांसी पहुंचे. उसके बाद पैदल बांदा. लेकिन उनके घरवालों ने साफ मना कर दिया था कि बिना मेडिकल चेकअप कराए वे गांव के अंदर प्रवेश नहीं करेंगे. मजदूरों ने बताया कि उन्हें भी यह एहसास था कि वे अपने परिवार को संकट में न डालें. इस बात का निश्चय करते हुए तीनों मजदूर खुद पुलिस के पास गए और उनसे पूरी बात बताई. इसके बाद इन मजदूरों का सैम्पल जांच के लिए झांसी भेजा गया. उस दिन कुल 38 नमूने जांच हेतु भेजे गए थे.

मंगलवार 5 मई को 38 नमूनों में 10 की रिपोर्ट पॉजिटव आई. इनमें 7 बांदा के व 3 वही मजदूर चित्रकूट के हैं जो खुद जांच के लिए गए थे. अब इन सभी का इलाज बांदा मेडिकल कॉलेज में चल रहा है. प्राचार्य मेडिकल कॉलेज बांदा मुकेश यादव के मुताबिक चित्रकूटधाम मंडल के कोरोना पॉजिटव मरीजों का इलाज इसी मेडिकल कॉलेज में किया जाएगा. बाहर से आने वाले लोगों के लिए क्वारंटीन सेंटर्स बनाए गए हैं. मेडिकल कॉलेज में केवल पॉजिटव मरीज ही भर्ती होंगे. मंगलवार को 13 मरीजों को आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया. सभी का इलाज चल रहा है. वहीं पॉजिटव मजदूरों का कहना था कि उन्हें कोई दिक्कत नहीं महसूस हो रही.

इन मेहनतकशों के मुताबिक इन्होंने अपने गांव न जाकर पहले खुद का चेकअप कराने का निश्चय किया. मंगलवार 5 मई को जब इनकी रिपोर्ट पॉजिटव आई तो इन्हें थोड़ा झटका तो लगा लेकिन ये इस बात से संतुष्ट भी थे कि इन्होंने खुद व परिवार के प्रति अपनी जिम्मेदारी समझी और बाहर से आने के बाद सीधा अपने गांव नहीं गए. आज कम से कम इनके गांव में डर व चिंता का माहौल तो नहीं है.