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चुनौतियों के बावजूद “कोरोना” की काली छाया से बची है राम की तपोभूमि

बुन्देलखण्ड भी इस अदृश्य दानव के दबे पांव आने से अछूता नहीं रह गया. यहां भी कोरोना ने अपनी दस्तक दे दी है.

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चुनौतियों के बावजूद

चुनौतियों के बावजूद

चित्रकूट: पूरा देश कोरोना की काली छाया में सांसे ले रहा है. लगभग हर राज्य इस महामारी के निशाने पर है. शासन प्रशासन पूरे दमखन से जुटा है कोरोना से जंग में. बुन्देलखण्ड भी इस अदृश्य दानव के दबे पांव आने से अछूता नहीं रह गया. यहां भी कोरोना ने अपनी दस्तक दे दी है. झांसी बांदा महोबा व जालौन में कोरोना पॉजिटव केस आने से सावधानी बरतने का रेड एलर्ट मिल गया है. फिर भी भगवान श्री राम की तपोभूमि में अभी तक एक भी मामला पॉजिटव नहीं आया है जबकि इस जनपद में चुनौतियां भी कम नहीं.

बुब्देलखण्ड के अति पिछड़े जनपदों में गिना जाने वाला चित्रकूट कोरोना से जंग में अभी तक फिलहाल विजय श्री हांसिल करता आ रहा है. लॉकडाउन-1 से लेकर अब तक एक भी मरीज कोरोना पॉजिटव का नहीं मिला है. ऐसे में प्रशासन व स्थानीय लोग राहत की सांस ले रहे हैं. इसके इतर जनपद के पड़ोसी जिले प्रयागराज व बांदा में(7) पॉजिटव केस मिल चुके हैं. यही नहीं बांदा के पड़ोसी जिले महोबा में(2) कोरोना पॉजिटव केस सामने आ चुके हैं. वहीं झांसी(9) व जालौन(3) में भी कुछ ऐसी ही स्थिति है. यहां भी मामला पॉजिटव मिलने से प्रशासन के माथे पर बल पड़ गया है. कोरोना से जंग में भगवान राम की तपोभूमि के अब तक के विजय की बात करना इसलिए जरूरी हो जाता है कि ये इस जनपद में लॉकडाउन के पालन से लेकर जरूरतमंदों की मदद करने व आवागमन तक कई चुनौतियां हैं. बावजूद इसके कोरोना की काली छाया अभी तक यहां नहीं पड़ पाई है.

जनपद का लगभग 80 प्रतिशत इलाका ग्रामीण परिवेश में आता है. पाठा जैसे बीहड़ जंगली इलाके के कई गांवों में लॉकडाउन का पालन करवाना व बाहर से आने जाने वाले लोगों पर नज़र रखना प्रशासन के लिए आसान नहीं परंतु ठोस कदम उठाते हुए ऐसे क्षेत्रों में भी कड़ी निगहबानी रखी जा रही है. स्थानीय जागरूक युवाओं व मीडिया तथा सोशल मीडिया के माध्यम से प्रशासन की नजर इन इलाकों में बनी रहती है. ग्राम निगरानी समिति गठित कर अन्य राज्यों जनपदों से आने वाले लोगों के बारे में सूचना देने की जिम्मेदारी तय की गई है. इसके अलावा जनपद की सीमा पड़ोसी राज्य मध्य प्रदेश से लगती है. सड़क व जंगली रास्तों से होते हुए इस राज्य में जाया जा सकता है. लेकिन हर उस संभावित इलाके में बैरिकेडिंग की गई है जहां ऐसी कोई संभावना है. हालांकि कई मजदूर इन जंगली रास्तों से जिले में दाखिल हुए हैं लेकिन सूचना मिलने पर प्रशासन ने उन्हें तुरंत क्वारंटीन किया.


जनपद में अब तक कुल 405 नमूने भेजे गए हैं जांच के लिए जिनमें 349 की रिपोर्ट निगेटिव आई है. सीएमओ विनोद यादव का कहना है कि उनकी टीम लगातार बाहर से आने वालों पर निगाह रख रही है. स्वास्थ्य महकमा एलर्ट मोड पर है. डीएम शेषमणि पांडेय व एसपी अंकित मित्तल लगातार जनपद के सीमावर्ती इलाकों का भ्रमण कर बाहर से आने वाले लोगों पर नजर रखने की हिदायत दे रहे हैं मातहतों को ताकि जिले में इस अदृश्य दानव की दस्तक न हो सके.