Amarnath Yatra : राजस्थान के चित्तौडगढ़़ जिले के बस्सी के सेवादारों का अमरनाथ में 34 वर्षों से चला आ रहा सेवा का जज्बा अडिग है। आतंकवादी हमलों, प्राकृतिक आपदाओं और अन्य चुनौतियों के बावजूद श्रीबर्फानी बाबा जोगणिया माता समिति के सदस्य, जो बस्सी और बेगूं से हैं, श्रद्धालुओं के लिए लंगर सेवा जारी रखे हुए हैं। उनकी यह अटूट निष्ठा और समर्पण मानवीय सेवा का एक अद्भुत उदाहरण है। सेवादारों का अमरनाथ गुफा के समीप श्री बर्फानी बाबा जोगणिया माता समिति की ओर से लंगर सेवा का 34वां वर्ष जारी है। सीपी नामधरानी ने बताया कि 1991 में पवन साबू (बस्सी मूल के, अब अमृतसर में) और बेगूं के वीरेंद्र व्यास ने इस लंगर की शुरुआत की थी। 1996 में रतनलाल जागेटिया के जुडऩे के बाद बस्सी के युवाओं को भी इस सेवा से जोड़ा गया और तब से यह समिति श्री बर्फानी बाबा जोगणिया माता समिति के नाम से अमरनाथ यात्रियों की सेवा कर रही है। आतंकवादी हमलों, प्राकृतिक आपदाओं और विषम परिस्थितियों के बावजूद बस्सी के सेवादारों का जुनून कभी कम नहीं हुआ। बेगूं के वीरेंद्र व्यास के भाई, भारतभूषण व्यास (तत्कालीन जिला कलेक्टर, कश्मीर) ने भी प्रशासनिक सहयोग देकर इस कार्य को आगे बढ़ाया। 2022 की अत्यधिक बर्फबारी में लंगर का सामान बह जाने के बावजूद, सेवादारों ने श्रद्धालुओं और प्रशासन का पूरा सहयोग किया था। शनिवार को बस्सी से अमरनाथ यात्रा के लिए श्रद्धालुओं का एक जत्था रवाना हुआ, जिसमें बस्सी के मुकेश जागेटिया, ओमप्रकाश जांगिड़, कपिल सुथार, कालु सुथार, फतेहलाल सुथार, सुरेश प्रजापत, देवीलाल प्रजापत, नवल वैष्णव, गोपाल पटवा आदि शामिल थे।
सीपी नामधरानी ने बताया कि अमरनाथ गुफा के पास चल रहा लंगर 3 जुलाई से 9 अगस्त तक चलेगा, जिसमें बस्सी के ओमप्रकाश नामधरानी, सुमन नामधरानी, रतनलाल जागेटिया, पिंकी जागेटिया ,दिलीप गट्टानी, विशाल सोनी, नंदकिशोर काकानी, गौरव माहेश्वरी, अश्विनी आदि सेवाएं दे रहे हैं। अब तक बस्सी से चार जत्थे अमरनाथ पहुंचकर बाबा बर्फानी के दर्शन कर चुके हैं, जिसमें लगभग 150 श्रद्धालु शामिल हैं, जिनमें श्याम मालानी, कालीचरण सोमानी, वासु मूंदडा आदि भी पहुंचे हैं। गत वर्ष बस्सी के बादल साहू ने अमरनाथ तक पैदल यात्रा की थी।
Published on:
06 Jul 2025 10:23 am