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कोरोना से जंग: अप्रेल में आ गई दिवाली, बत्ती बुझा रोशन हुआ शहर

महामारी बन चुके कोरोना वायरस कोविड-19 के खिलाफ जंग में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार रात 9 बजे नौ मिनट के लिए घर की लाइट बंद करके दीपक, मोमबत्ती या टॉर्च से रोशनी फैलाने का आह्वान क्या किया मानो अप्रेल में ही दिवाली का नजारा आ गया। शहर हो या गांव हर तरफ कोरोना के संकट से जूझ रहे लोगों ने प्रधानमंत्री के आह्वान को सफल बनाते हुए घरों की बत्तिया गुल कर नौ मिनट घर की छत व बॉलकनी में आकर दीपक या मोमबत्तियां जलाई।

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कोरोना से जंग: अप्रेल में आ गई दिवाली, बत्ती बुझा रोशन हुआ शहर

कोरोना से जंग: अप्रेल में आ गई दिवाली, बत्ती बुझा रोशन हुआ शहर

चित्तौडग़ढ़. महामारी बन चुके कोरोना वायरस कोविड-19 के खिलाफ जंग में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार रात 9 बजे नौ मिनट के लिए घर की लाइट बंद करके दीपक, मोमबत्ती या टॉर्च से रोशनी फैलाने का आह्वान क्या किया मानो अप्रेल में ही दिवाली का नजारा आ गया। शहर हो या गांव हर तरफ कोरोना के संकट से जूझ रहे लोगों ने प्रधानमंत्री के आह्वान को सफल बनाते हुए घरों की बत्तिया गुल कर नौ मिनट घर की छत व बॉलकनी में आकर दीपक या मोमबत्तियां जलाई। लोगों ने अंधेरे में रोशन करने के लिए टॉर्च व मोबाइल टार्च भी खूब जलाई। दिवाली का नजारा नौ बाद विभिन्न स्थानों पर आतिशबाजी से भी होने लगा। लॉकडाउन में घरों में बंद लोगों ने बाहर आकर पटाखे भी खूब छोड़े। चित्तौैडग़ढ़वासियों ने अपने मनोबल और हौंसलों से दिखा दिया कि उन्हें पूरा विश्वास है कि वे कोरोना के खिलाफ जंग में जीत हासिल करके रहेंगे। गांवों की गलियां हो या शहर की कॉलोनियां सभी अंधेरे में इस कदर रोशन हो उठी कि दिवाली के अलावा शायद ऐसा नजारा पहले कभी नहीं देखा गया। लोग अपने अपने घरों की बत्तियां बंद कर घर के दरवाजे पर आ गए।अधिकतर लोगों ने अपने हाथोँ में तेल से मिट्टी के दीपक जला रखें थे।उत्साहित युवा अपने मोबाइल की फ्लेश लाइट जलाये खड़े थे।ऐसा प्रतीत हो रहा था मानो आकाश धरती पर उतर आया हो और दीपक रूपी तारे चारोंओर झिलमिल कर रहे हो। दीपो के मनकों से एक माला के रूप में बंध कर एकता के सूत्र में बंध गया। कोरोना वायरस के विरुद्ध संघर्ष में कोई पीछें नही रहना चाहता था ।महिलाओं व बच्चों सहित सभी ने परमात्मा से इस रोग से शीघ्र मुक्ति के लिए सर्वे भवन्तु सुखिन: की प्रार्थना की।