
खून पाने के लिए बना लिए नकली रक्तदाता कार्ड
चित्तौडग़ढ़. रक्त दान को महादान कहा जाता है, जिससे कई लोगो की जिंदगी बचाई जाती है। जिला चिकित्सालय में रक्तदाता के नकली कार्ड बनाकर बेचने वाले सक्रिय होते जा रहे है। जिला चिकित्सालय के ब्लड बैंक प्रभारी अनिल सैनी ने सदर थाने में नकली रक्तदाता कार्ड बनाकर रक्त लेने वाले गिरोह के खिलाफ परिवाद पेश किया है।
सैनी ने बताया कि जिला चिकित्सालय में होने वाले रक्त शिविरो में रक्त दान करने वाले रक्तदाताओ को एक कार्ड दिया जाता है, जिससे रक्त दाता कभी भी अपना रक्त लेना चाहे तो कार्ड दिखा कर ले सकता है। दो दिन पूर्व एक व्यक्ति द्वारा रक्त मांगने पर कार्ड की मांग की गई जिस पर व्यक्ति ने अगले दिन कार्ड लाने की बात कह कर चला गया। सैनी ने बताया कि दूसरे दिन सुबह जब वह कार्ड लाया तो कुछ शंका होने पर ब्लड डोनर कार्ड में लिखे नम्बर पर फोन किया। कार्डधारी ने अपने पास असली कार्ड होने की बात कही। अगले दिन सुबह कार्डधारी द्वारा असली कार्ड लाने पर मामला सामने आया। खून के नाम पर हो रही इस तरह की सौदेबाजी रोकने के लिए थाने में परिवाद पेश किया गया।
थानाधिकारी भारतसिंह राठौड़ ने बताया कि नकली कार्ड से रक्त लेने आया व्यक्ति के भर्ती परिजन की तलाश की गई लेकिन पताा चला कि परिवाद पेश करने की खबर से व्यक्ति ने अपने भर्ती परिजन की छुट्टी करवा ली। इस तरह के कार्य में और भी व्यक्ति लिप्त होने की आशंका है। ऐेस में पुलिस मामले की जांच कर रही है।
अस्पताल का ही कोई सदस्य कर सकता है धांधली
नकली कार्ड बनाकर कई बार ब्लड डोनर के नाम से नि:शुल्क रक्त को ब्लड बैंक से लिया जाता है और बाहर जरूरतमंद को वहीं रक्त बेचकर कमाई की जाती है। पुलिस का मानना है कि ऐसा करने वाले अधिकतर अस्पताल के ही लोग होते है जिन्हें ब्लड डोनर की सभी जानकारी होती है और ये कोई एक व्यक्ति द्वारा संभव नहीं हो सकता है, कुछ लोग मिल कर इस कार्य को अंजाम दे रहे है।
Published on:
29 Jun 2018 10:14 pm
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