
सदर थाना पुलिस ने तीन जनो को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से एक कार भी बरामद की
चित्तौडग़ढ़
सदर थाना पुलिस ने निम्बाहेड़ा रोड स्थित एक शोरूम से चोरी हुई कार के मामले में शुक्रवार को खुलासा किया है। साथ ही तीन जनो को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से एक कार भी बरामद की है। इस चोरी के मामले में शोरूम में कार्यरत दो जने व एक अन्य युवक को शामिल है।
इन्होंने दो कारें शोरूम से चुराना भी स्वीकार किया है। मामले में पुलिस में इसमें मधुबन कॉलोनी निवासी चित्तौडगढ़़ निवासी हर्षित गोटन पुत्र ओमप्रकाश को संदिग्ध नंबरो की कार के साथ पकड़ा।
पुलिस पूछताछ में हर्षित ने बताया कि हाउसिंग बोर्ड सेगवा निवासी नारायणसिंह पुत्र जसवंतसिंह से खरीदी। उसने यह कार शोरूम में उसके साथ कार्यरत विशाल रावल के साथ मिलकर चुराई है।
साथ ही 20 गुना सस्ते दामों में बेच दी। पुलिस ने बताया कि हर्षित के पिता रेलवे में कार्यरत है। वह इंदौर से एनीमेशन की पढ़ाई कर रहा था, जिसे सैकण्ड ईयर में छोड़ आ गया था। साथ ही चामटीखेड़ा चौराहे पर स्नूकर क्लब भी संचालित करता है।
फर्जी नंबर प्लेट पर शक, रूकवाया तो कार भगाई
इस मामले के लिए पुलिस ने एएसआई देवीलाल, हैड कांस्टेबल सुनीलकुमार व रामवतार के नेतृत्व में टीम बनाई थी। ऐसे में संदिग्ध नंबर प्लेट होने पर पुलिस ने सर्किट हाउस के पास कार कार को रूकवाया, लेकिन चालक ने कार की गति और बढ़ा दी।
पुलिस ने पीछा कर कार को रोका और कागजात मांगे तो वह गाड़ी छोड़ पैदल ही भागने लगा, लेकिन पुलिस ने चालक हर्षित गोटन को दबोच लिया।
सर्विस करवाने गया तो दोस्ती हो गई
हर्षित के पास भी चोरी की गई जैसी गाड़ी थी। ऐसे में वह शोरूम में सर्विस करवाने गया तो वाशिंग सुपरवाइजर का काम करने वाले नारायण सिंह व बेसमेंट से शोरूम में कार लगाने वाले विशाल रावल से दोस्ती हो गई।
इसके बाद नारायण व विशाल कार गोदाम से कार चुराते और हर्षित को सस्ते में बेच देते थे।
दोनों कारों की चोरी के समय हार्डडिस्क खराब
शोरूम से फरवरी 2017 में गोदाम से कार चोरी हुई, इसकी पड़ताल में सामने आया कि सीसीटीवी कैमरे की हार्डडिस्क खराब थी।
ऐसे में आरोपितो की पहचान नहीं हो पाई। जनवरी 2018 में चोरी हुई कार के दौरान भी हार्डडिस्क खराब ही थी।
11 लाख की कार 60 हजार में बेच दी
सदर थाने के एसएचओ भारतसिंह ने बताया दोनों कार्मिकों ने शोरूम से पिछले साल 14 फरवरी को करीब 11 लाख कीमत की कार चुराई, जिसे हर्षित को 60 हजार रुपए में बेच दी।
जिसके तीन किश्तो में 56 हजार रुपए प्राप्त भी कर लिए। वहीं जनवरी 2018 में चुराई 9 लाख कीमम की दूसरी कार भी 60 हजार रुपए में बेची, जिसके 56 हजार रुपए तीन किश्तो में हर्षित से ले लिए थे।
हर्षित ने हिस्ट्रीशीटर को बेची
एसएचओ भारतसिंह ने बताया कि फरवरी 2017 में चुराई कार को हर्षित ने गणेशपुरा निवासी हिस्ट्रीशीटर शेरू कीर को 80 हजार रुपए में बेच दी, जो फिलहाल एनडीपीएस के मामले में मध्यप्रदेश की जावद जैल में बंद है।
ऐसे में उस कार को बरामद करने के प्रयास जारी है। वहीं दूसरी कार को बेचने के लिए वह ग्राहक तलाश रहा था। तब तक स्वयं ही उसे चला रहा था।
एक जैसी कारें चुराई ताकि शक न हो
चोरों ने हुंडई के शोरूम से आई-20 कारें ही चुराई है ताकि किसी को शक नहीं हो। वहीं हर्षित के पास भी आई-20 कार ही थी, इससे आस-पड़ौस के लोगों को भी शक नहीं हुआ।
Published on:
17 Feb 2018 12:00 am
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