18 दिसंबर 2025,

गुरुवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

थमे विरोध के सुर तो ढीले पड़े सुरक्षा के तार,दुर्ग पर जौहर स्थल, कुंभा महल आदि स्थानों से पुलिस हटी

चित्तौडग़ढ़. निर्माता संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावत के विरोध के सुर शांत होते नजर आने के साथ एतिहासिक चित्तौड़ दुर्ग पर सुरक्षा के बरती जा रही कड़ा

2 min read
Google source verification
chittorgarh

चित्तौड़ दुर्ग पर जौहर स्थल जहां अब पुलिस नजर नहीं आती।




चित्तौडग़ढ़. निर्माता संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावत के विरोध के सुर शांत होते नजर आने के साथ एतिहासिक चित्तौड़ दुर्ग पर सुरक्षा के बरती जा रही कड़ाई भी अब नहीं दिख रही है। फिल्म के विरोध के सुर थमने के बाद अब दुर्ग पर जौहर स्थल, कुंभा महल जैसे स्मारकों से पुलिसकर्मी नजर नहीं आ रहे है। हॉलाकि पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग की ओर से नियुक्त सुरक्षा एजेन्सी के कर्मचारी तैनात नजर आते है। पद्मावत विवाद के कारण सर्वाधिक चर्चा में आए दुर्ग के पद्मनी महल पर सुरक्षा का घेरा अब भी कायम है। यहां पुलिसकर्मी अब भी तैनात है। दुर्ग पर सुरक्षा के तार ढीले पडऩे के साथ पर्यटकों के लिए अब जौहर स्थल सहित उन स्थलों पर आसानी से घूमना सहज हो गया है,जहां पद्मावत रिलीज नहीं होने तक पुलिस जांच के बाद ही जाने दे रही थी। कुंभा महल परिसर में प्रतिदिन होने वाले लाईट एंड साउण्ड कार्यक्रम में भी अब सुरक्षा सामान्य हो गई है। पद्मावत विवाद के बाद दुर्ग पर पद्मनी महल में शीशे तोडऩे के कारण बंद किया गया शीश कक्ष अब भी बंद है तो महल के बाहर लगे उसे शिलालेख को भी अभी ढंका हुआ है,जिसमें महारानी पद्मनी को आक्रान्त अलाउद्दीन खिलजी द्वारा शीशे में देखने का जिक्र है।
...................

क्या था विवाद
फिल्म पद्मावत विवाद के बाद रोक की मांग को लेकर आंदोलन पर उतरे सर्व समाज की गतिविधियों का प्रमुख केन्द्र चित्तौड़ दुर्ग भी रहा। फिल्म पर रोक की मांग को लेकर एक दिन चित्तौड़ दुर्ग प्रवेश बंद रखा गया तो फिल्म के २५ दिसम्बर को रिलीज के समय किसी तरह की अनहोनी की आशंका में पुलिस ने भी कुछ दिन तक देशी पर्यटकों को वहां जाने से रोका। फिल्म पर रोक नहीं लगाने पर क्षत्राणी मंच ने जौहर करने की चेतावनी दी थी जो बाद में इच्छा मृत्यु की मांग में बदल गई।
............................

पाडऩपोल से हट गया विरोध का बैनर
पद्मावत फिल्म के विरोध के सुर शांत होते ही दुर्ग के प्रथम प्रवेशद्वार पाडनपोल पर लगाया गया वे बैनर भी हट चुका है जिसमें फिल्म का विरोध करने का संदेश था। फिल्म का विरोध करने वालों के लटकाए गए पुतले भी अब पाडनपोल से गायब हो चुके है।