18 दिसंबर 2025,

गुरुवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

बिना मॉस्क के पहुंचे तो धरी रह गई सोशल डिस्टेंस

प्रशासनिक व पुुलिस की सख्ती के बावजूद लोग खरीदारी के लिए वाहन लेकर आना नहीं छोड़ रहे है। इनमें वो युवा भी है जो पैदल ही चलकर खरीदारी कर सकते है। निम्बाहेड़ा रोड स्थित फल-सब्जी मण्डी में भी इस कदर भीड़ उमड़ी की सोशल डिस्टेसिंग के दावे धरे रह गए। चिंता की बात ये भी थे कि आपस में सटे हुए इन लोगों में से कई के चेहरे पर मॉस्क भी नहीं थे

2 min read
Google source verification
बिना मॉस्क के पहुंचे तो धरी रह गई सोशल डिस्टेंस

बिना मॉस्क के पहुंचे तो धरी रह गई सोशल डिस्टेंस

चित्तोडग़ढ़. लॉकडाउन-दो में कुछ रियायते मिलने के बाद जरूरी सामग्री की दुकाने खुलने का समय भला न बदला हो लेकिन लोगों की भीड़ अवश्य बढ़ी हुई महसूस हो रही है। प्रशासनिक व पुुलिस की सख्ती के बावजूद लोग खरीदारी के लिए वाहन लेकर आना नहीं छोड़ रहे है। इनमें वो युवा भी है जो पैदल ही चलकर खरीदारी कर सकते है। वाहनों की भीड़ के कारण सोशल डिस्टेंस सड़कों पर रखना कठिन हो गया है। शहर में सुबह निम्बाहेड़ा रोड स्थित फल-सब्जी मण्डी में भी इस कदर भीड़ उमड़ी की सोशल डिस्टेसिंग के दावे धरे रह गए। चिंता की बात ये भी थे कि आपस में सटे हुए इन लोगों में से कई के चेहरे पर मॉस्क भी नहीं थे जबकि जिला प्रशासन व पुलिस बिना मॉस्क सड़क पर निकलने पर गिरफ्तार तक करने की चेतावनी दे चुके है। मंडी में विक्रेता व ग्राहक दोनों ही सोशल डिस्टेंस बनाने व कोरोना संक्रमण से बचने के प्रति लापरवाह नजर आए। ऐसे लोगों को नियंत्रित करने वाला भी वहां कोई नहीं दिखा। शहर के मुख्य बाजारों में सुबह छूट के समय भीड़ तो दिखी लेकिन अधिकतर लोगों के चेहरे पर मॉस्क थे। पुलिस सोशल डिस्टेसिंग बनवाने का प्रयास करती नजर आई लेकिन भीड़ के सामने लाचार दिखी।

दोपहर में सख्त रहे पुलिस के तेवर
डीजीपी भूपेन्द्रसिंह के चित्तौडग़ढ़ आगमन की सूचना से गुरूवार दोपहर से पुलिस के तेवर सख्त हो गए। चेक पांइट व बेरिकेटिंग के पास पुलिस वाहन चालकों से पूछताछ करने में लग गई। नियम तोड़ सड़कों पर निकल आने वालों के खिलाफ कार्रवाई भी की गई। डीजीपी आगमन की सूचना से पूरा महकता अतिरिक्त सतर्कता बरतता दिखा।

कोटा अध्ययनरत छात्र आ सकते चित्तौडग़ढ़
कोटा के कोचिंग सेंटरो मे पढ़ रहे चित्तौडग़ढ़ जिले के उन 172 विद्यार्थियों की घर वापसी का कार्य शनिवार को हो सकता है जो लॉकडाउन के कारण वहीं अटक गए थे। जिला प्रशासन ने उपखण्ड अधिकारियों के माध्यम से ऐसे छात्रों की सूची तैयार कराई थी। एडीएम मुकेश कलाल ने बताया कि जिला कलक्टर चेतन देवड़ा सूची तैयार होने के बाद कोटा जिला कलक्टर से सम्पर्क में है। बच्चों की सूची उनको भेज दी गई है। उनके साथ समन्वय कर बच्चों को वहं से चित्तौैडग़ढ़ तक लाया जाएगा। संभावना है कि शनिवार को ये बच्चें वहां से चित्तौडग़ढ़ आ सकते है। इधर, पूर्व विधायक सुरेन्द्रसिंह जाड़ावत ने बताया कि गुुरूवार को राजस्थान रोडवेज के एमडी नवीन जैन कोटा पहुंचे व वहां के जिला कलक्टर से मिलकर राजस्थान के विभिन्न क्षेत्रों से अध्ययनरत विद्यार्थियों को उनके घर पहुंचाने की व्यवस्था में जुट गए हैं। चित्तौड़ के १७२ बच्चों को राजस्थान रोडवेज की बसों द्वारा भेजा जाएगा। इनमें 3 बसे रावतभाटा व 4 बसे चित्तौडग़ढ़ की है। चित्तौडग़ढ़ आने वाले विद्यार्थियों को मेडिकल जांच में फिट मिलने के बाद अपने घरों में भेजा जाएगा। जाड़ावत ने बताया कि चित्तौडग़ढ़ कलक्टर इस मामले में कोटा कलक्टर व रोडवेज एमडी से निरन्तर सम्पर्क में है।

उद्योगों में नहीं शुरू हुआ काम
लॉकडाउन-दो में २० अप्रेल से मिली कुछ रियायतों के बावजूद चौथे दिन गुरूवार को भी जिले में मार्बल व सीमेंट उद्योग में कार्य गति नहीं पकड़ पाया। कुछ सीमेंट प्लान्ट में पहले से तैयार माल की डिस्पेचिंग का कार्य चलने की बात सामने आई। मार्बल उद्योग में भी एक-दो यूनिट को छोड़ कोई उद्यमी श्रमिकों का ठहराव कार्यस्थल पर ही रख उद्योग संचालन की शर्त पर कार्य करने को तैयार नहीं दिखा।


बड़ी खबरें

View All

चित्तौड़गढ़

राजस्थान न्यूज़

ट्रेंडिंग