
आध्यात्मिक चिंतन व्यक्ति के संपूर्ण व्यक्तित्व को परिवर्तन कर देता है
चित्तौडग़ढ़. संत शिरोमणि महामंडलेश्वर कृष्ण शाह विद्यार्थी महाराज का प्रवास चित्तौडग़ढ़ में रहा। चित्तौडग़ढ़ जिला जेल में संत के द्वारा कैदियों में फल वितरण का कार्यक्रम किया गया एवं भावी जीवन में अपराधी प्रवृत्ति को छोड़कर सत मार्ग पर चलने का सत वचन दिया। प्रभास काल के दौरान ही सुभाष कॉलोनी, वाल्मीकि बस्ती, डाइट रोड चित्तौडग़ढ़ में संत का भव्य नागरिक अभिनंदन एवं स्वागत समारोह का आयोजन होगा।
कार्यक्रम में भवानी शंकर पंडित, वरिष्ठ उप सचिव गृह विभाग के संत महात्मा कृष्णशाह विद्यार्थी का जीवन परिचय कराते हुए बताया कि महात्मा अंतरराष्ट्रीय संत एवं राष्ट्रीय वाल्मीकि नई दिल्ली के संत पद को सुशोभित कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि यह वाल्मीकि मंदिर है वही मंदिर जहां राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने 214 दिन निवास कर हरिजन उद्धार कार्यक्रम को चलाया एवं साधना में लीन रहकर वाल्मीकि समाज को मुख्यधारा में लाने का कार्य किया। वाल्मीकि मंदिर स्वच्छ भारत मिशन के शुभारंभ का चल रहा है।
छोटीसादड़ी उपखंड अधिकारी विनोद मल्होत्रा ने बताया कि महात्मा का व्यक्तित्व समुद्र से भी विशाल है। आपकी आध्यात्मिक साधना का चमत्कार एवं उसके फल स्वरूप का दर्शन दिल्ली को ही नहीं पूरे भारत को वाल्मीकि समाज के लोगों को हो रहा है। पूरे भारत में कौने कौने में आपके लाख शिष्यों के दिलों में आप निवास करते हैं। वाल्मीकि पूर्णिमा के अवसर पर आपके सानिध्य में वाल्मीकि मंदिर प्रांगण में विशाल सर्व धर्म संभव सम्मेलन का आयोजन प्रतिवर्ष किया जाता है। संत के द्वारा वाल्मीकि मंदिर में गौशाला चिकित्सा शिक्षा वाल्मीकि संगीत अकादमी शोध संस्थान जैसे सामाजिक सरोकार के कार्यों का भी संपादन निरंतर किया जा रहा है
वाल्मीकि समाज के संत महाराज कृष्ण विद्यार्थी ने गुरु महिमा का वर्णन किया और वाल्मीकि समाज को आध्यात्मिक चिंतन की ओर अग्रसर होने की प्रेरणा दी। आध्यात्मिक चिंतन व्यक्ति के संपूर्ण व्यक्तित्व को परिवर्तन कर देता है उस में व्याप्त बुराइयों और व्याधियों को परिष्कृत कर देता है और उसे एक सभ्य प्राणी बनने में मदद करता है। इस तरह के भारत के संपर्क में आने से लोहा कंचन बन जाता है अमूलचूर परिवर्तन हो जाता है शिष्य कंचन के रूप में परिवर्तित हो जाता है। उसकी सारी बुराइयों गुरु प्रवचन व गुरु के सानिध्य में दूर हो जाती है। उन्होंने महिला शिक्षा पर जोर देते हुए बताया कि महिला सुख शिक्षित होकर अपने बच्चों को भी शिक्षा जाएं उन्हें शिक्षित कर वाल्मीकि समाज को शिक्षित करने के लिए आगे बढ़ाएं।
कार्यक्रम में नगर परिषद सभापति संदीप शर्मा, पार्षद विजय चौहान, रेखा आदिवाल,अमित सिंह, विश्वनाथ टाक संजय, हीरालाल आर्य भारत, नीता लोट आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
कार्यक्रम म वाल्मीकि समाज के लोगों ने उपस्थित होकर महाराज श्री कृष्ण शाह विद्यार्थी का अभिनंदन किया । संचालन एमपी पीजी कॉलेज के सहायक आचार्य निर्मल देसाई ने किया एवं आभार रेखा आदिवाल ने व्यक्त किया।
Published on:
04 Apr 2022 01:55 pm
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