
विजय स्तंभ पर भी बिजली गिरने का खतरा
चित्तौडग़ढ़. विश्व विरासत में शुमार चित्तौड़ दुर्ग पर बना ऐतिहासिक धरोहर विजय स्तंभ पर भी बिजली गिरने का खतरा मंडरा रहा है। यहां लगा तडि़त चालक यंत्र का एन्टिना पूरी तरह से झुक गया है ऐसे में यह कैसे काम करेगा यह किसी के समझ में नहीं आ रहा है। कीर्ति स्तंभ पर दो बार बिजली गिरने एवं उसके क्षतिग्रस्त होने के बाद भी भारतीय पुरातत्व संरक्षण विभाग इस दिशा में गंभीर नहीं दिखाई दे रहा है।
वहीं दुर्ग पर कई ऐतिहासिक मंदिर है लेकिन उन पर तडि़तचालक यंत्र ही नहीं लगाए गए है। ऐसे में प्राकृतिक आपदा से उन्हें भी खतरा है।
महाराणा कुंभा ने मालवा के सुल्तान पर विजय हासिल की थी। इस जीत को यादगार बनाने के लिए वर्ष १४४८ ईवी में दुर्ग पर ३७.१९ मीटर ऊंचा ९ मंजिला विजय स्तंभ को बनवाया था। चित्तौड़ दुर्ग पर आने वाला हर पर्यटक सबसे पहले विजय स्तंभ को देखने के लिए ही जाता है। करीब १२ साल पहले इस विजय स्तंभ में दारारंे आ गई थी जिसे बाद में ठीक करवा दिया गया। इस ऐतिहासिक धरोहर पर भी अब प्राकृतिक आपदा का खतरा मंडरा रहा है। यह एन्टिना पिछले समय से झुका हुआ हे। ऐसे में यहां पर भी बिजली गिरने का खतरा मंडरा रहा हे।
मीरा मंदिर पर भी नहीं है सुरक्षा
विजय स्तंभ के बाद अगर पर्यटकों को दुर्ग पर कोई जगह सबसे ज्यादा आकर्षित करती है तो वह है मीरा मंदिर, जो विजय स्तंभ से कुछ ही दूरी पर बना हुआ है लेकिन मीरा मंदिर एवं आसपास के मंदिरों पर प्राकृतिक आपदा से बचाने के लिए तडि़त चालक यंत्र ही नहीं लगा रखें है।
इन दिनों पहुंच रहे पर्यटक
कोरोना की दूसरी लहर में १७ अप्रेल को चित्तौडग़ढ़ दुर्ग को पर्यटकों के लिए बंद कर दियागया। जो करीब दो माह बाद १७ जून को वापस खोला गया। ऐसे में यहां पर इन दिनों बड़ी संख्या में राजस्थान एवं अन्य प्रदेशों से पर्यटकों के पहुंचने का क्रम भी जारी है। इसलिए दुर्ग पर सुरक्षा के पूरे इंतजाम बहुत जरूरी है।
आज से शुरू होगा काम
इस सम्बन्ध में जिला कलक्टर ताराचंद मीणा ने भारतीय पुरातत्व संरक्षण विभाग के आला अधिकारियों को पत्र भेज जिला प्रशासन की देखरेख में हिन्दुस्तान जिंक की ओर से कीर्ति स्तंभ पर तडि़त चालक यंत्र लगाने का प्रस्ताव भेजा था। जिसकी शुकव्रार को विभाग के आला अधिकारियों ने स्वीकृति जारी कर दी है। मीणा ने बताया कि अब शनिवार को कीर्ति स्तंभ पर तडि़त चालक यंत्र लगाने का काम शुरू हो जाएगा।
जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ हो कार्रवाई
कीर्ति स्तंभ पर बिजली गिरने एवं पिछले ९ सालों से तडि़त चालक यंत्र खराब होने के मामले में चित्तौडग़ढ़ इन्टेक चेप्टर के प्रभारी बाबूलाल जाजू ने यूनेस्को की सूची में शामिल विश्व विरासत 721 वर्ष पुराने कीर्ति स्तंभ पर पिछले 9 वर्षों से तडि़त चालक यंत्र खराब होने के मामले में दोषी भारतीय पुरातत्व संरक्षण विभाग के अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग सरकार से की है। जाजू ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखकर पुरातत्व विभाग के संबंधित अधिकारियों को बर्खास्त करने की मांग की है। कीर्ति स्तंभ देखने के लिए देश-विदेश के हजारों पर्यटक प्रतिदिन आते हैं। ऐसे में विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों की यह घोर लापरवाही है। जाजू ने बताया कि इस सम्बन्ध में केन्द्रीय मंत्री को भी पत्र लियाा जा रहा है।
Published on:
17 Jul 2021 11:02 pm
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