चूरू. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शुक्रवार को राजस्थान किसान महोत्सव समारोह में लंपी से मृत दुधारू पशुओं के लिए करीब 41 हजार 900 पशुपालकों के खाते में करीब 175 करोड़ रुपए की राशि हस्तांतरित की। इस दौरान मुख्यमंत्री गहलोत ने विभिन्न जिलों के लाभार्थी पशुपालकों से संवाद किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार के निर्णयों से दुग्ध उत्पादन के क्षेत्र में राजस्थान देश में प्रथम राज्य बन गया है। चूरू जिला मुख्यालय स्थित मातुश्री कमला गोइन्का टाऊन हॉल में आयोजित जिला स्तरीय कार्यक्रम में आए पशुपालक वीसी के जरिए राजस्थान किसान महोत्सव से जुड़े। चूरू जिले के 1944 पशुपालकों के खाते में 2066 पशुओं के लिए 8 करोड़ 26 लाख 40 हजार रुपए हस्तांतरित किए गए हैं। राजस्थान राज्य महिला आयोग अध्यक्ष रेहाना रियाज, जिला प्रमुख वंदना आर्य, एडीएम लोकेश गौतम, सीईओ पीआर मीणा, जिला वक्फ कमेटी के संरक्षक जमील चौहान सहित जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों, किसानों ने शिरकत की। महिला आयोग अध्यक्ष रेहाना रियाज ने कहा कि राज्य में किसानों और पशुपालकों की हितैषी सरकार है, जो किसानों और पशुपालकों का दर्द समझती है। लंपी रोग से दूधारू गायों की मृत्यु होने से हुई आर्थिक हानि से किसानों को ऊबारने के लिए प्रत्येक दुधारू पशु की मृत्यु पर किसानों के खातों में चालीस-चालीस हजार रुपए की सहायता का सीधा हस्तांतरण एक बड़ा कदम है। जसरासर की लाभार्थी प्रेम कंवर व ङ्क्षपकी कंवर ने मोबाइल पर खाते में हस्तांतरित राशि के मैसेज प्राप्त दिखाकर प्रसन्नता जताई। कार्यक्रम के दौरान जिला सिविल राइट सोसायटी के जिलाध्यक्ष एडवोकेट रामेश्वर प्रजापत ने उपस्थित किसानों व पशुपालकों को उन्नत किस्म के बीज वितरित किए। पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ मेवाराम ने आभार जताया।
इस दौरान जिला प्रमुख वंदना आर्य, अतिरिक्त जिला कलक्टर लोकेश गौतम, सीईओ पीआर मीणा, जिला वक्फ कमेटी के सरपरस्त जमील चौहान, असलम खोखर, सुनीता बाकोलिया, मुबारक भाटी, महेश मिश्रा, सिराज जोईया, अब्बास काजी, महबूब खान, शिव कुमार शर्मा, महावीर नेहरा, डॉ. निरंजन चिरानियां, डीओआईटी संयुक्त निदेशक मनोज कुमार गरवा, सहायक निदेशक (जनसम्पर्क) कुमार अजय, सानिवि एसई शिशपाल ङ्क्षसह, डिस्कॉम एसई वीआई परिहार, डॉ नीतू ढाका, डॉ ओमप्रकाश सहारण, महिला अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक संजय कुमार महला, पशुपालन उपनिदेशक डॉ ओमप्रकाश गुडेसरिया, सतीश कुमार, मनीराम, सीताराम, पशुधन सहायक हुक्मचंद यादव, श्रवण जाखड़ मौजूद रहे।
आमजन को राहत देने का संकल्प हो रहा साकार
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार की नीतियों एवं कार्यक्रमों से पशुपालकों एवं किसानों को अधिकतम राहत देने का संकल्प साकार हो रहा है। लम्पी महामारी के दौरान राज्य में कुशल प्रबंधन किया गया। लम्पी महामारी में दुधारू गौवंश गंवाने वाले पशुपालकों को राहत प्रदान करने के उद्देश्य से आर्थिक सहायता देने की घोषणा बजट में की गई। इसके क्रियान्वयन में आज प्रदेशभर के पशुपालकों के खातों में प्रति परिवार 2 दुधारू गोवंश के लिए 40-40 हजार रुपए डीबीटी द्वारा भेजे जा रहे हैं। इस वर्ष लम्पी महामारी से बचाव हेतु 68 लाख से अधिक गौवंश का टीकाकरण किया जा चुका है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में दूध पर प्रति लीटर 5 रुपए का अनुदान दिया जा रहा है। प्रत्येक परिवार हेतु 2-2 दुधारू पशुओं का प्रति पशु 40,000 रुपये का बीमा किया जा रहा है। गौशालाओं को 9 माह व नंदीशालाओं को 12 माह का अनुदान दिया जा रहा है।
महोत्सव में लगभग 50 हजार किसान लेंगे हिस्सा
16 से 18 जून तक चलने वाले राजस्थान किसान महोत्सव में 50 हजार किसान भाग ले रहे हैं। यहां कृषि, बागवानी, पशुपालन, डेयरी, मत्स्य पालन और कृषि विपणन की विश्व स्तरीय तकनीकों का प्रदर्शन किया गया है। इसके अलावा कृषि, बागवानी और पशुपालन के लिए जाजम-चौपालों की व्यवस्था की गई है। इससे विशेषज्ञ और किसान एक-दूसरे से रूबरू हो सकेंगे। इस अवसर पर किसानों को उद्योग लगाने, उर्वरकों और उन्नत बीजों की जानकारी देने और युवाओं को एंटरप्रेन्योर बनाने के लिए 200 से ज्यादा स्टॉल लगाए गए हैं।