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‘मुझे यह कदम नहीं उठाना चाहिए, पर मैं मजबूर हूं…मुझे माफ कर देना’

locationचुरूPublished: Sep 14, 2022 01:03:20 pm

Submitted by:

Kamlesh Sharma

युवक संदीप गोलवा ने सोमवार को आत्महत्या कर ली। सुसाइड नोट में उसने लिखा कि मैं सभी घरवालों व मित्रों से क्षमा चाहता हूं। मुझे यह कदम नहीं उठाना चाहिए, पर मैं मजबूर हूं।

a youth suicide in churu

युवक संदीप गोलवा ने सोमवार को आत्महत्या कर ली। सुसाइड नोट में उसने लिखा कि मैं सभी घरवालों व मित्रों से क्षमा चाहता हूं। मुझे यह कदम नहीं उठाना चाहिए, पर मैं मजबूर हूं।

चूरू। सूदखोरों के मकडज़ाल में फंसे शहर के वार्ड नंबर 56 में रहने वाले युवक संदीप गोलवा ने सोमवार को आत्महत्या कर ली। सुसाइड नोट में उसने लिखा कि मैं सभी घरवालों व मित्रों से क्षमा चाहता हूं। मुझे यह कदम नहीं उठाना चाहिए, पर मैं मजबूर हूं। मेरे पास कोई रास्ता नहीं बचा है। मेरी मौत का कारण कुछ सूदखोर हैं।

सुसाइड नोट में उसने पांच जनों पर आत्महत्या के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया है, साथ ही पुलिस से सूदखोरों के जाल में फंसे अन्य युवकों को बचाने की गुहार लगाई है। युवक के भाई अमित गोलवा ने श्रीराम सैनी, धर्मेन्द्र गोस्वामी, सोनू नाई, रवि खटीक व बंटी बागड़ी के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। पुलिस ने बताया कि मृतक संदीप सब्जी की खरीद-फरोख्त करता था। मंगलवार सुबह उसके पिता का श्राद्ध था।

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पाइप से लटका मिला शव
संदीप नीचे के कमरे में सोया हुआ था। परिजन ने कई आवाज लगाई, लेकिन वो नहीं आया। कुछ देर बाद संदीप के चाचा की बेटी उसे बुलाने गई, तो संदीप का शव पाइप से लटका देख उसके होश उड़ गए। संदीप तीन भाइयों में सबसे छोटा था। परिजन ने बताया कि संदीप कुछ दिन से परेशान था। कारण पूछने पर हमेशा टाल जाता था।

मेरी अंतिम इच्छा यही कि सूदखोरों से समाज को दिलाएं छुटकारा
संदीप ने सुसाइड नोट में लिखा कि श्रीराम सैनी निवासी चांदनी चौक बूटिया रोड, धर्मचंद गोस्वामी निवासी चांदनी चौक बूटिया रोड, सोनू निवासी बूटिया, रवि खटीक व बंटी बागड़ी से मैंने रुपए उधार लिए थे, जिसका दस गुना ज्यादा ब्याज बोलकर चुका दिया है, लेकिन रोज ब्याज व पैनल्टी बोलकर उतना फिर से बढ़ा देते हैं। ये लोग बैंक में चेक लगाने की धमकियां देते हैं। शराब पीकर उठा ले जाने की धमकी देने सहित एससीएसटी का मुकदमा दर्ज करने के लिए कहते हैं। मेरे परिवार के लोग इतने समर्थ नहीं हैं कि वे मेरा कर्जा उतार दें।

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इन सूदखोरों ने ना जाने कितने लोगों के घर बर्बाद कर दिए हैं। एक लाख का रोजाना पांच हजार रुपए ब्याज लेते हैं। एक दिन भी रुपए नहीं देने पर दो हजार रुपए पैनल्टी वसूलते हैं। मैं तीन साल से रुपए चुका रहा हूं, ये मेरी सारी कमाई ले जाते हैं। संदीप ने आगे लिखा कि ये लोग समाज को खोखला कर रहे हैं। मेरा प्रशासन से अनुरोध व अंतिम इच्छा यही है कि ऐसे लोगों से समाज को छूटकारा दिलाएं। मेरे घरवालों को ना सताया जाए यही प्रशासन से प्रार्थना है।

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