31 दिसंबर 2025,

बुधवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

चूरू रेलवे को करोड़ों रुपए का घाटा

कोरोना ने जहां आम जनजीवन को प्रभावित किया है, वहीं रेलवे विभाग भी इससे अछूता नहीं रहा। एक साल में ही रेलवे को करोड़ों का घाटा हुआ है।

2 min read
Google source verification
चूरू रेलवे को करोड़ों रुपए का घाटा

चूरू रेलवे को करोड़ों रुपए का घाटा

चूरू. कोरोना ने जहां आम जनजीवन को प्रभावित किया है, वहीं रेलवे विभाग भी इससे अछूता नहीं रहा। एक साल में ही रेलवे को करोड़ों का घाटा हुआ है। विभाग के आंकड़ों पर अगर गौर करें तो एक महिने में ही करीब 31 लाख का घाटा हुआ है। ये तो वे आंकड़े हैं जो रोजाना के यात्रियों से होने वाली आय के हैं। अगर इनमें रिजर्वेशन की आय जोड़ दी जाए तो ये आंकड़े और भी बढ़ जाते हैं। ट्रेनों के बंद होने व कोरोना के भय ने चूरू के रेलवे स्टेशन पर यात्री भार को भी घटा दिया है। हालांकि अभी रेलवे स्टेशन पर पूर्व की भांति करीब - करीब सभी घोषित रेल गाडिय़ां चल रही हैं, कुछ एक ट्रेनें बंद हैं जो जल्द शुरू हो जाएंगी। इस मामले को लेकर स्टेशन अधीक्षक एमके गुप्ता ने बताया कि लोकडाउन के बाद स्थिति सामान्य होने के बाद अभी चूरू स्टेशन से 35 टे्रनों का संचालन हो रहा है। जिसमें पेसेंजर सहित सुपर फास्ट व साप्ताहिक रेलगाडिय़ां शामिल हैं।
5 जुलाई से चलेगी जोधपुर - रेवाड़ी ट्रेन
चूरू रेलवे स्टेशन से वर्तमान में अप व डाउन करीब 35 ट्रेनें चल रही हैं। स्टेशन अधीक्षक एमके गुप्ता ने बताया कि आगामी 5 जुलाई से जोधपुर - रेवाड़ी टे्रन चलने लगेगी। उन्होंने बताया कि अब बंद गाडिय़ों की संख्या महज दो रह गई है, जिसमें चूरू - जयपुर व चूरू - सीकर चलनी शेष है। स्टेशन मास्टर के अनुसार चूरू से चलने व ठहराव वाली गाडिय़ों में बतौर पेसेंजर चूरू - बीकनेर, चूरू - मेड़तारोड़, चूरू - सीकर, रेवाड़ी - बीकानेर, हिसार - डेगाना, बीकानेर - रेवाड़ी, डेगाना - हिसार, बीकानेर - हिसार चल रही हैं। उन्होंने बताया कि सुपर फास्ट ट्रेनों के रूप में बीकानेर - दिल्ली, दिल्ली - डेगाना, दिल्ली - बीकानेर, बांद्रा - गंगानगर,जोधपुर - दिल्ली, बंाद्रा - गंगानगर, दिल्ली - बीकानेर व दिल्ली - जोधपुर रोजाना चल रही है। जबकि साप्ताहिक रेलगाडिय़ों में चलने वाली ट्रेनों मेें जम्मू - बंाद्रा, बांद्रा - जम्मू, हिसार - बंाद्रा, बंाद्रा - हिसार, स्यालदाह - बीकानेर, बीकानेर - स्यालदाह, हावड़ा - बीकानेर, बीकानेर - हावड़ा, बाड़मेर - हावड़ा, हावड़ा - बाड़मेर, हिसार - सिकंदराबाद, सिकंदराबाद - हिसार, भगत की कोठी जोधपुर- कामख्या, कामख्या - भगत की कोठी, कोयंबटूर - हिसार व हिसार - कोयंबटूर प्रमुख हैं।
रेलवे को हर महिने लाखों का घाटा
यहां के रेलवे स्टेशन के सीबीएस एसएन शर्मा ने बताया कि गत वर्ष मार्च में लॉकडाउन से पहले करीब 39 लाख महिने की आय व रोजाना का यात्री भार 45 सौ था। जो वर्तमान में घटकर महज 8 सौ रह गया है। वहीं इस वर्ष लगे लॉकडाउन के बाद फिर से शुरू हुई ट्रेनों से होने वाली आय की अगर बात करें तो मार्च में 8 लाख 6 1 हजार, अप्रेल में 12 लाख 70 हजार, मई में केवल 6 लाख व जून में केवल 13 लाख आय हुई है।