
पवन जोशी की फोटो:पत्रिका
Software Developer Pawan Joshi Of Sardarshahar: हिम्मत और कुछ कर गुजरने का जुनून हो तो मुश्किलें रास्ता नहीं रोक सकती। यह बात पाटमदेसर निवासी युवा सॉफ्टवेयर डवलपर पवन जोशी के जीवन में देखने को मिलती है।
उन्होंने बताया कि पाटमडे नाम का एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) स्टडी ऐप बनाया है जो पढ़ाई को बेहद आसान बनाएगा। पवन की इस काबिलियत और इनोवेशन को दुनिया की सबसे बड़ी टेक कंपनी गूगल ने भी पहचाना है।
गूगल ने पवन को उनके इस प्रोजेक्ट के लिए 2 हजार डॉलर (करीब 1.6 लाख रुपए) की फंडिंग दी है। यह फंडिंग ’गूगल फॉर स्टार्टअप्स प्रोग्राम के तहत मिली है जो दुनिया के सबसे बेहतरीन नए विचारों को आगे बढ़ने में मदद करता है।
पाटमडे ऐप पाटमडे एक एआई स्टडी असिस्टेंट है जो छात्रों के लिए पढ़ाई को आसान बनाता है। पवन जोशी ने बताया कि अक्सर छात्र एक बार पढ़कर भूल जाते हैं। यह ऐप इसी समस्या का समाधान करता है। जो छात्र अपनी किताब के पन्ने की फोटो खींचकर या पीडीएफ अपलोड करके तुरंत उस सवाल का जवाब हासिल कर सकते हैं । इससे उन्हें पढ़ा हुआ सब याद रहता है। बिना औपचारिक डिग्री, 25 वेबसाइट बनाईं है।
पवन ने कहा कि उनके पास कोई औपचारिक तकनीकी शिक्षा की डिग्री नहीं है। एक किसान परिवार से आने वाले पवन ने खुद अपनी लगन से कोडिंग सीखी है। पाटमडे ऐप से पहले भी वे 25 से अधिक वेबसाइट्स और 10 से ज्यादा मोबाइल ऐप्स बनाकर अपनी तकनीकी कुशलता साबित कर चुके हैं।
उन्होंने बताया कि मेरा सपना है कि गांव और शहर के हर छात्र को पढ़ने के एक जैसे आधुनिक मौके मिलें। यह ऐप अभी टेस्टिंग मोड में है और सभी के लिए बिल्कुल मुफ्त है। सरदारशहर तहसील के दूरस्थ गांव पाटमदेसर में बंशीधर जोशी के घर 1998 में पवन जोशी का जन्म हुआ था।
साधारण परिवार में जन्में पवन ने प्राथमिक शिक्षा गांव की। इसके पश्चात बीएससी सरदारशहर से की। इसके पश्चात पवन जोशी सॉफ्टवेयर बनाने के लिए अपने स्तर पर प्रयास किया और कामयाबी मिल गई।
Published on:
11 Nov 2025 12:11 pm
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