
प्रतीकात्मक तस्वीर: पत्रिका
Wife Declared Husband Dead In Documents: सादुलपुर के निकटवर्ती गांव इंदासर में एक महिला ने अपने पति को कागजों में मृत दिखाकर षड्यंत्र कर धोखाधड़ी के आरोप में पुलिस ने मामला दर्ज किया है, जबकि पति आज भी जिंदा है।
थानाधिकारी राजेश कुमार सिहाग ने बताया कि कोर्ट से प्राप्त इस्तगासा के आधार पर दर्ज मामले में गांव इंद्रासर निवासी संदीप कुमार ने बताया कि गांव गालड निवासी अनामिका के साथ उसकी शादी हिंदू रीति-रिवाज के अनुसार 27 फरवरी 2012 को हुई थी।
परिवादी ने आगे बताया उसकी पत्नी अनामिका सरकारी अध्यापिका है। वह वर्तमान में जोधपुर में कार्यरत है। पिछले कई वर्षों से किसी के बहकावे में है और उसके साथ तलाक का मामला कोर्ट में विचाराधीन है। दर्ज मामले में बताया पीड़ित पति ने बताया वह घर बसाना चाहता है और इसी कारण उसने तलाक याचिका में जवाब भी पेश कर रखा है।
दर्ज मामले में बताया कि उसको नुकसान पहुंचाने के इरादे से उसकी पत्नी अनामिका तथा उसके माता-पिता आपराधिक षडयंत्र रचकर उसके जन आधार कार्ड में नाम हटवा कर अनामिका ने अपने नाम से अपना और उसकी पुत्री विक्टोरिया का नाम रखकर 18 दिसंबर 2022 को अपने आप को वैवाहिक स्थिति के कॉलम में संबंध विच्छेद दिखाया है।
हटाए गए सदस्यों का विवरण के कालम में उसकी मृत्यु होने का कारण अपलोड करवा कर 19 दिसंबर 2022 को उसे मृत बताया गया। दर्ज मामले में बताया कि यही नहीं उसकी पत्नी ने कूट रचित दस्तावेजों का सत्यापन करवाकर जन आधार कार्ड में उसका नाम हटाने के लिए तत्कालीन ग्राम सेवक तथा पंचायत समिति विकास अधिकारी से मिली भगत करके आपराधिक षड्यंत्र रचकर उसे नुकसान पहुंचाने की मंशा से अपलोड करके उसको मृत दिखाया गया है।
दर्ज मामले में बताया कालम में बगैर तलाक हुए संबंध विच्छेद दिखाकर फर्जी और कूट रचित दस्तावेज जन आधार कार्ड तैयार करवा कर उसको असली के रूप में अनामिका काम ले रही है जबकि वह जीवित है। उसका अनामिका से संबंध विच्छेद नहीं हुआ है, उसके बावजूद भी उसे मृत दिखाकर संबंध विच्छेद दिखाया है ताकि भविष्य में किसी भी प्रकार का कोई जन आधार कार्ड, जाति प्रमाण पत्र अन्य दस्तावेज न बन सके और दस्तावेजों के अभाव में उसको कोई सरकारी नौकरी न मिल सके।
दर्ज मामले में पीड़ित संदीप कुमार ने बताया कि जाति प्रमाण पत्र, मूल निवास, जन आधार कार्ड, स्वास्थ्य कार्ड या कोई भी दस्तावेज बनाने का प्रयास करता हूं तो उसको पंचायत समिति विकास अधिकारी तथा एसडीएम व कंप्यूटर ई-मित्र वाले कहते हैं कि आपकी मृत्यु हो चुकी है, इसलिए आपका कोई प्रमाण पत्र नहीं बन सकता।
दर्ज मामले में बताया कि जानबूझकर नुकसान पहुंचाने के इरादे से फर्जी दस्तावेज बनाकर छल कपट किया है तथा फर्जी दस्तावेज बनाकर असली के रूप में काम लिया जा रहा है और उसे सरकारी नौकरी मिलने से वंचित किया गया है। पुलिस ने धोखाधड़ी सहित विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
Published on:
09 Sept 2025 09:28 am
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