
राजस्थान विधानसभा की प्रक्रिया और नियम 295 के तहत विशेष उल्लेख प्रस्ताव में रतनगढ़ विधायक पूसाराम गोदारा ने कुछ लड़के लड़कियों द्वारा भागकर शादी करने से परिवारों और संबंधित समाज पर हो रहे दुष्प्रभाव के बारे में अवगत करवाते हुए परिवार और समाज को इस संकट से बचाने के लिए प्रेम विवाह से पहले माता पिता की अनुमति और भागने व भगाकर ले जाने वालों के खिलाफ ठोस कानून बनाने की मांग की।
विधायक ने विधानसभा में अपनी बात रखते हुए बताया कि विधानसभा क्षेत्र रतनगढ़ एवं चूरू जिले सहित पूरे राजस्थान में आए दिन बालिग एवं नाबालिग, विवाहित कुछ लड़कियों द्वारा अपने माता-पिता एवं बच्चों को अकेला छोड़कर अन्य लड़कों के साथ अपनी मर्जी से या कुछ लड़कों के बहकावे में आकर या भावुकता व अन्य कोई लालच में आकर घर छोडकर चले जाना कितना असामाजिक व शर्मनाक है। माता-पिता मजबूरन पुलिस थाने में जाकर गुमशुदगी दर्ज करवाते हैं और ऐसे प्रकरण में पुलिस और माता-पिता व अन्य परिवार जन उन लड़के - लडकियों की खोजबीन के लिए कई दिनों तक फिरते रहते हैं, और जब वो लडके - लड़कियां बरामद हो जाती हैं। फिर भी ज्यादातर लड़कियां अपने माता-पिता को ही जान माल का खतरा बताकर या उनको अपरिचित बताकर उनसे बचने के लिए पुलिस से सुरक्षा मांग लेती है। वे उन प्रेमी लड़कों के साथ चली जाती हैं जिससे उनके माता पिता व परिवार जन की समाज में प्रतिष्ठा भी घटती है एवं साथ ही उनके लिए जीवन यापन करना बहुत ज्यादा मुश्किल हो जाता है। ऐसे में कई परिवारों में आत्महत्या जैसे कदम भी उठाए हैं। इससे सबन्धित समाज के लिए बहुत बड़ा संकट खड़ा हो जाता है।
विधायक ने सदन में कहा कि इस प्रकार समाज पर हो रहे दुष्प्रभाव को रोकने के लिए प्रेम विवाह से पहले माता-पिता की अनुमति अनिवार्य करने व भागने व भगाकर ले जाने वालों के खिलाफ कोई ठोस कानून लाकर माता-पिता और सबन्धित समाज को इस संकट से बचाना वर्तमान की आवश्यकता है।
Published on:
05 Jul 2024 03:54 pm
बड़ी खबरें
View Allचूरू
राजस्थान न्यूज़
ट्रेंडिंग
