
जैन आगमों में एक आगम है उत्तराध्ययन- साधु-साध्वियां इस आगम को कंठस्थ करने का प्रयास करते हैं- आचार्य महाश्रमण,जैन आगमों में एक आगम है उत्तराध्ययन- साधु-साध्वियां इस आगम को कंठस्थ करने का प्रयास करते हैं- आचार्य महाश्रमण,जैन आगमों में एक आगम है उत्तराध्ययन- साधु-साध्वियां इस आगम को कंठस्थ करने का प्रयास करते हैं- आचार्य महाश्रमण
चूरू (बीदासर). 158वें वृहत मर्यादा महोत्सव सहित १५ दिवसीय प्रवास के अंतिम दिन गुरुवार को जैन श्वेताम्बर तेरापंथ धर्मसंघ के एकादशमाधिशास्ता आचार्य महाश्रमण ने आशीर्वाद प्रदान किया। वहीं कार्यक्रम में ध्वज हस्तांतरण के द्वारा व्यवस्था हस्तांतरण का भी कार्यक्रम रहा। समाधिकेन्द्र में आयोजित मुख्य प्रवचन कार्यक्रम में आचार्य महाश्रमण ने कहा कि जैन आगमों में एक आगम है उत्तराध्ययन। साधु-साध्वियां इस आगम को पूर्ण रूप में अथवा आंशिक रूप में कंठस्थ करने का प्रयास करते हैं। यह आगम पूर्णतया कंठस्थ हो जाए तो बहुत अच्छी बात हो सकती है। पूर्ण रूप से न भी हो पाए तो इसके 10वें, 29वें और 32वें अध्ययन को अवश्य कंठस्थ करने का प्रयास करना चाहिए। आध्यात्म-साधना के सूत्र 32वें अध्ययन से प्राप्त किए जा सकते हैं। आध्यात्म-साधना के क्षेत्र में निरंतर गति करते हुए आगे बढऩे का प्रयास करना चाहिए। उन्होंने कहा कि जीवन में प्रवृत्ति के तीन साधना शरीर, वाणी और मन को बताया गया है। आचार्य ने कहा कि नकारात्मक सोच से बचते हुए आदमी को सकारात्मक सोच रखने का प्रयास करना चाहिए। कार्यक्रम में बीदासर के पदाधिकारियों ने दिल्ली के पदाधिकारियों को ध्वज हस्तांतरित किया। मर्यादा महोत्सव व्यवस्था समिति के अध्यक्ष कन्हैयालाल गिडिय़ा, महामंत्री महावीर दूगड़, तेरापंथी सभा-बीदासर के अध्यक्ष अशोक कुमार बोथरा, प्रेरणा जैन, लक्ष्मीपत बोथरा, अदिति सेखानी, नवनीत बांठिया, बच्छराज बैंगानी व रूपचंद दूगड़ उपस्थित रहे।तेरापंथ महिला मण्डल व कन्या मण्डल, सूरजमल बैंगानी, बीदासर परिषद, भावना व भाग्यश्री छाजेड़, तेरापंथी सभा, अनिशा बैद तथा मनोज नाहर ने पृथक-पृथक गीतों का संगान किया।
संयम ही जीवन है-मुनि पृथ्वीराज स्वामी
छापर. अणुव्रत समिति ने कस्बे मे गुरूवार से नि:शुल्क मास्क वितरण के पहले चरण का शुभारंभ किया। बाजार चौपड़ा में सेवा केंद्र व्यवस्थापक संत पृथ्वीराज स्वामी जसोल व मुनि चेतन्य कुमार के सान्निध्य में मास्क वितरण की अध्यक्षता प्रायोजक शिलांग प्रवासी मगनसिंह दुधोडिय़ा ने की। पूर्व वन व पर्यावरण मंत्री राजकुमार रिणवां मुख्य अतिथि थे। पालिकाध्यक्ष श्रवण माली, पार्षद सत्यनारायण स्वामी, देवकीनंदन भाटी व रेखाराम गोदारा बतौर विशिष्ट अतिथि मौजूद थे। पूर्व मंत्री रिणवां ने विचार व्यक्त किए। संत मुनि पृथ्वीराज स्वामी जसोल ने कहा कि संयम ही जीवन है, संयम जीवन जीने से व्यक्ति परमात्मा को प्राप्त कर सकता है। अणुव्रत समिति अध्यक्ष प्रदीप सुराणा ने कहा कि लॉकडाउन में अणुव्रत समिति ने असहाय जरूरतमंद लोगों को खाद्य सामग्री, मास्क, सेनेटाइजर बांटकर महत्ती भूमिका निभाई प्रायोजक मगनसिंह दुधोडिय़ा व पालिकाध्यक्ष श्रवण माली ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर अणुव्रत कार्य समिति सदस्य सरोज भंसाली, उप संयोजिका शोभा डोसी, हेमलता दुधोडिय़ा, अणुव्रत समिति वरिष्ठ उपाध्यक्ष कमलसिंह दुधोडिय़ा, उपाध्यक्ष मदन गोयल, मंत्री विनोद नाहाटा, सहमंत्री अशोक भूतौडिय़ा आदि उपस्थित थे। पहले चरण मे पांच हजार मास्क का वितरण किया जाएगा।
Published on:
17 Feb 2022 10:59 pm
बड़ी खबरें
View Allचूरू
राजस्थान न्यूज़
ट्रेंडिंग
