
सालासर बालाजी में कुम्भ का सा नजारा: देश के कोने-कोने से लाल ध्वज लिए पहुंच रहे श्रद्धालु
सालासर बालाजी- हाथ में लाल ध्वजा लिए, बाबा के जयकारों के साथ एक लाख श्रद्धालुओं ने किए दर्शन
चूरू. सालासर. सालासर धाम में भक्तों का सैलाब उमड़ रहा है। आसोज सुधि शरद पूर्णिमा के लक्खी मेले में भक्तों के आने का सिलसिला जारी है। लक्खी मेले में शनिवार को सालासर में अपार श्रद्धा देखने को मिली। हाथ में लाल ध्वजा लिए हुए बाबा के जयकारों के साथ श्रद्धालु आगे बढ़ रहे थे। चारों तरफ लहराती लाल ध्वजा और बाबा के जयकरों के साथ रात भर पूरा सालासर धाम गूंज रहा है। श्री हनुमान सेवा समिति अध्यक्ष यशोदानंदन पुजारी ने बताया कि रात्रि में 2 बजे बालाजी मंदिर के पट्ट लगातार खोले जा रहे हैं। शनिवार को सालासर धाम में मिनी कुंभ का सा ही नजारा देखने को मिला था। आस्था की नगरी में सब लोग बालाजी की भक्ति भाव में डूबे हुए नजर आ रहे थे। रात्रि से भक्तों में दर्शनों की होड़ मची हुई थी। बालाजी के जयकारों से पूरा सालासर धाम गुंजायमान था। देश के कोने कोने से लाखों श्रद्धालु सालासर पहुंच रहे हैं।
आमने सामने विराजे मां और बेटा
सालासर बालाजी और मां अंजना दोनों आमने सामने मुख कर विराजमान हैं। सालासर में बालाजी महाराज व मंदिर से तीन किलोमीटर दूर पश्चिम की तरफ मां अंजना विराजमान हैं। पुजारी ऋषिराज पारीक व कमल पारीक ने बताया कि बालाजी के दर्शन करने के श्रद्धालु माता अंजना के भी दर्शन कर रहे हैं और मखाना व बादाम का प्रसाद चढ़ा रहे हैं साथ ही चुनड़ी चढ़ाकर माता को रिझा रहे हैं। बाबा के लक्खी मेले में पेटपलानियों पर पूर्णतया पाबंदी लगा दी गई है। मेले को लेकर आयोजित मीङ्क्षटग में प्रशासन ने डीजे व पेटपलानियो पर पाबंधी लगाई थी। इसके अलावा आने वाले श्रद्धालुओं के लिए सेवादारों द्वारा जगह जगह भंडारे लगाए गए हैं।
सड़कों पर लगा वाहनों का जमावड़ा
सालासर धाम आने वाले श्रद्धालुओं से कस्बे की सड़कें अटी पड़ी है। रतनगढ़ रोड़, लक्ष्मणगढ़ रोड़, सुजानगढ़ रोड व सीकर रोड़ पर श्रद्धालुओं के आने की संख्या लगातार बढ़ रही है और लोग नाचते गाते बालाजी की झलक पाने के लिए सालासर की और बढ़ रहे हैं। रविवार व पूर्णिमा दोनों एक ही दिन है जिसके कारण श्रद्धालुओं की संख्या और बढऩे की संभावना है। आस्था की नगरी सालासर बालाजी के लक्खी मेले को लेकर चारों तरफ मेडिकल की टीमें तैनात की गई है। श्री बालाजी महाराज के दर्शन करने के बाद श्रद्धालु बाबा मोहनदास जी की समाधि पर मत्था टेक रहे हैं। इसके बाद बालाजी मंदिर परिसर में मन्नत का नारियल बांधकर सुख सम्रद्धि की कामना करते हैं। मंदिर के धर्मवीर पुजारी ने बताया कि श्रद्धालु तिलक करवाकर लाल धागा अपनी कलाई पर बंधवा रहे हैं।
Published on:
09 Oct 2022 01:14 pm
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