चूरू. डीबी हॉस्पिटल परिसर में प्राइवेट हॉस्पिटल एसोसिएशन एवं इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के सदस्यों एवं पदाधिकारी ने राजस्थान सरकार द्वारा प्रस्तावित आरटीएच बिल को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के सचिव डॉ महेश शर्मा ने बताया की स्वास्थ्य के अधिकार का जो बिल सरकार लाने जा रही है। इसकी ड्राफ्टिंग पता नहीं किस व्यक्ति ने की है। यह प्रदेश की जनता के लिए एवं चिकित्सा परिवार के लिए वैमनस्य स्थापित करने वाली होगी। क्योंकि बिल में कोई भी चीज पूर्ण रूप से परिभाषित नहीं है।
उल्लेखनीय है की जिला स्वास्थ्य प्राधिकरण एवं राज्य प्राधिकरण में जो इन्होंने प्रारूप तैयार किया है। सदस्यों का गठन किया है। वह कोई भी विषय विशेषज्ञ नहीं है। मुख्यमंत्री एवं चिकित्सा मंत्री से निवेदन है कि पुन: इस बिल पर विचार किया जाए। डॉ बीएल नायक अध्यक्ष आईएमए ने कहा कि यह बिल प्राईवेट हॉस्पिटल एवं निजी चिकित्सकों के अधिकारों का हनन करने वाला बिल है। डॉक्टर बीके चौधरी संरक्षक ने कहा की इतने सारे कानून चिकित्सा व्यवसाय करने वाले चिकित्सा सेवा करने वाले विभाग पर है लगा दिए हैं। सरकार की तरफ से इन छोटे हॉस्पिटल को कोई भी सरकार द्वारा सुविधा प्राप्त नहीं है। इस अवसर पर डॉ एफएच गौरी, डॉ राकेश भार्गव, डॉ दीपक सिंह, डॉ पवन गोयल, डॉ जेपी माहिच, डॉ दीपक शर्मा, डॉ शंकर सिंह गोड़, डॉ राहुल कस्वां, डॉ संदीप अग्रवाल, डॉ सीताराम, डॉ अभिषेक आर्य रमजान खान प्राइवेट हॉस्पिटल एसोसिएशन के सदस्यों सहित अन्य चिकित्सक मौजूद थे।