
नई दिल्ली। पूर्व भारतीय कप्तान राहुल द्रविड़ ( rahul dravid) क्रिकेट जगत में 'दीवार' के नाम से पहचाने जाते हैं। उनका क्रिकेट कॅरियर बहुत ही शानदार रहा है। हर कोई उनके क्रिकेट कॅरियर और व्यवहार (Humility and Cricket Career) से खुश है। यहां तक कि ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज ब्रेट ली (Brett Lee ) भी उनसे काफी इंप्रेस हैं। ब्रेट ली (Brett Lee) ने अपने एक इंटरव्यू में द्रविड़ (Drvid) को लेकर कहा था कि अगर आप द्रविड़ के साथ नहीं जा सकते तो आप जिंदगी में स्ट्रगल कर रहे हो। वे अपने काम और व्यवहार को लेकर इतने विन्रम हैं कि उनको खुद भी नहीं पता। वे युवाओं का क्रिकेट कॅरियर बनाने में खुद के बच्चों से दूर रहकर उनकी मदद कर रहे हैं। ऐसे कई उदाहरण हैं जब उन्होंने अपनी विनम्रता से लोगों के दिलो को छुआ और साबित किया कि एक परफेक्ट जेंटलमैन हैं।
—कुछ दिन पहले द्रविड़ की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुई, जिसमें वह एक विज्ञान प्रदर्शनी में अपने परिवार के साथ अन्य लोगों के साथ लाइन में खड़े नजर आए।
—द्रविड़ के एक फैन बीमारी के चलते अस्पताल में भर्ती हुए और उन्होंने उनसे मिलने की ख्वाहिश जाहिर की। द्रविड़ अपने बिजी शेड्यूल के चलते उनसे मिलने अस्पताल तो नहीं पहुंच सके। लेकिन बाद में उन्होंने वीडियो कॉलिंग के जरिए उनसे माफी मांगी और एक घंटे तक बात की।
—द्रविड़ ने विश्वविद्यालय की एक मानद उपाधि को लेने से इनकार करते हुए धन्यवाद व्यक्त किया। ऐसा उन्होंने इसलिए किया, क्योंकि उन्हें लगा कि वह इस उपाधि के लायक नहीं है।
—द्रविड़ को आम लोगों के साथ मध्यम श्रेणी में यात्रा करते हुए देखा गया। जहां वे लोगों को ऑटोग्राफ देते नजर आए। लेकिन वे बिल्कुल हिचकिचाए नहीं और लोगों के साथ तस्वीरें भी खिंचवाईं।
—भले ही द्रविड़ के पास कितनी भी लग्जरी गाड़ियों का कलेक्शन हो, लेकिन वे अक्सर बेंगलुरु में ऑटो में यात्रा करते नजर आते हैं।
—एक यूजर ने द्रविड़ से हुई मुलाकात का बखान सोशल मीडिया पर किया तो उन्होंने रिप्लाई देते हुए लिखा कि मैं आपसे वैसे ही मिला जैसे एक आम इंसान मिलता है।
—द्रविड़ के कई प्रशसंकों से उनसे मिलने के लिए हजारों किलोमीटर की यात्रा की। लेकिन जब उनके घर पहुंचे तो पता चला कि एक दिन पहले ही उन्होंने अपने पिता को खो दिया। इसके बावजूद उन्होंने घर पर उनका अभिवादन किया और उनके साथ तस्वीरें भी खिंचवाई।
—द्रविड़ इतने विन्रम है कि उन्हें एक कैफे काउंटर पर ऑर्डर और कैश देकर अपनी सीट पर बैठते हुए देखा गया, ताकि वहां के वेटर परेशान ना हो।
—एक बार द्रविड़ ने एक ब्लाइंड किक्रेटर को छुआ तो उन्होंने कहा ये उनका बड़पन है जो उन्होंने मुझे छूआ। यह ब्लाइंड किक्रेटर्स के लिए एक बहुत बड़ी बात है।
—भारतीय क्रिकेट में काफी योगदान देने के बाद द्रविड़ ओपंलियन और पैराओपंलियन को बढ़ावा देने के लिए गो-स्पोर्ट्स से जुड़े। उन्होंने खिलाड़ियों को अपना बेहतर प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित किया।
Updated on:
24 Oct 2020 05:52 pm
Published on:
24 Oct 2020 05:41 pm
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