पहले 42 रनों के स्कोर पर आउट हो चुकी थी भारतीय टीम
अगर बात करें भारतीय टीम के टेस्ट मैच में सबसे कम स्कोर पर आउट होने कि तो वर्ष 1974 में भारतीय टीम इंग्लैंड के खिलाफ लॉर्ड्स में 42 रनों के स्कोर पर ऑलआउट हो चुकी है। अब साल 2020 में शनिवार को भारतीय टीम 36 रनों के कुल योग पर ऑलआउट हो गई। कुल मिलाकर डे-नाइट टेस्ट के इतिहास में यह पांचवां सबसे कम स्कोर वाला मैच रहा।
एडिलेड के मैदान पर 69 साल बाद टेस्ट मैच में कुल 600 से कम रन बने। इस मुकाबले में दोनों टीमों ने मिलकर 564 रन बनाए। पिछली बार 1951 में ऑस्ट्रेलिया और वेस्टइंडीज के मैच में 675 रन बने थे। मैच की चौथी पारी में ऑस्ट्रेलिया को जीत के लिए 90 रन बनाने थे जो उसने दो विकेट खोकर 21 ओवरों में बना लिए। इसी के साथ उसने सीरीज में 1-0 की बढ़त ले ली है।
सिर्फ 36 रन पर ढेर हुई टीम इंडिया
भारत ने पहली पारी में 244 रन बनाए थे। उसके गेंदबाजों ने दमदार प्रदर्शन करते हुए ऑस्ट्रेलिया को पहली पारी में 191 रनों पर ढेर कर दिया था। भारतीय टीम दूसरी पारी में 53 रनों की बढ़त के साथ उतरी थी, लेकिन उसके बल्लेबाजों ने तीसरे दिन बेहद निराश किया और मेहमान टीम दूसरी पारी में महज 36 रन ही बना पाई। मोहम्मद शमी रिटायर्ड हर्ट हो गए, जिसके कारण भारतीय पारी नौ विकेट पर 36 पर ही समाप्त कर दी गई। यह टेस्ट में भारत का एक पारी में न्यूनतम स्कोर है। इसी के चलते ऑस्ट्रेलिया को 90 रनों का लक्ष्य ही मिला जो उसने आसानी से हासिल कर लिया।
मैथ्यू वेड (33) रन आउट हुए। मार्नस लाबुशैन (6) को रविचंद्रन अश्विन ने आउट किया। जोए बर्न्स 63 गेंदों पर सात चौके और एक Six लगाकर 51 रन बनाकर नाबाद रहे। स्टीव स्मिथ एक रन पर नाबाद लौटे। भारत को दूसरी पारी में 36 रनों पर समेटने में जोश हेजलवुड और पैट कमिंस का अहम योगदान रहा। हेजलवुड ने पांच विकेट लिए और कमिंस ने चार। यह इस सीरीज में कप्तान विराट कोहली का अंतिम टेस्ट था। अब वह अपने पहले बच्चे के जन्म के लिए स्वदेश लौट जाएंगे।