शनिवार को ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच खेले गए वर्ल्ड कप के वॉर्म अप मैच में रिकॉर्ड्स या यूं कहें कि खेल के मैदान में तो ऑस्ट्रेलिया जीता, लेकिन खेल भावना के पैमाने पर ‘क्रिकेट’ हार गया।
दोनों टीमों की ओर से किए गए जबरदस्त संघर्ष ने इस मैच को तो रोमांचक बना दिया लेकिन एक घटना ने इसे दुनिया के सामने इसकी एक गलत तस्वीर भी पेश की। यह मुकाबला ऑस्ट्रेलिया ने 12 रनों से अपने नाम किया और इस जीत के नायक रहे पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीव स्मिथ।
स्मिथ वही खिलाड़ी हैं जिन्हें गत वर्ष बॉल टेम्परिंग विवाद के कारण न केवल टीम की कप्तानी खोनी पड़ी थी बल्कि एक साल का बैन भी झेलना पड़ा था। खैर स्मिथ ने अपनी गलती को भीगी आंखों के साथ स्वीकार किया और उन्हें उसके किए की सज़ा मिल चुकी है। एक साल की सज़ा के बाद मार्च में उनका बैन खत्म हुआ था।
लेकिन बावजूद इसके खेल की गरिमा के बीच कुछ अराजक तत्वों की वजह से पूरे अंग्रेज फैंस कटघरे में खड़े हो गए। क्रिकेट के जन्मदाता देश के नागरिक ही उसके मूल्यों की रक्षा करने में असफल रहे।
स्मिथ जब बल्लेबाज़ी के लिए मैदान में आए तो इंग्लिश फैंस ने उन पर जबरदस्त फब्तियां कसी और उन्हें काफी बुरा भला कहा। इस मैच के दौरान दर्शकों ने स्मिथ के अलावा डेविड वॉर्नर के खिलाफ भी लगातार जमकर हूटिंग की।
फैंस ने कैसे शर्मसार किया इस भद्र खेल को…
वॉर्नर जब बल्लेबाज़ी के लिए मैदान में आए तो कुछ लोगों ने हूटिंग की ‘वॉर्नर, धोखेबाज भाग जाओ’। ये घटनाक्रम लगातार जारी रहा। जब स्मिथ क्रीज पर बल्लेबाज़ी के लिए आए तब सुनने में आया, ‘धोखेबाज, धोखेबाज, धोखेबाज’।
शायद इन फैंस को फैंस कहना भी मुमकिन नहीं होगा, क्योंकि सच्चे फैंस कभी ऐसा काम नहीं करते जिससे वो खेल शर्मसार हो जिसे वह प्यार करने का दंभ भरते हैं। ये हालात तो तब हैं जब इंग्लैंड क्रिकेट टीम के कई सदस्यों ने यह अपील की थी कि स्मिथ और वार्नर को उनके किए की सज़ा मिल चुकी है और उन्हें उस गलती के लिए बार-बार कोसना सही नहीं है।
बहरहाल, हर सिक्के के दो पहलू होते हैं। ठिक उसी प्रकार इंग्लिश फैंस के इस ‘काले’ आचरण के बाद स्मिथ का ‘उजला’ रूप भी देखने को मिला। फैंस की ओर से इस दिल दुखाने वाले आचरण के बावजूद स्मिथ ने अपना ध्यान सिर्फ और सिर्फ खेल पर केंद्रित रखा और पारी के अंत में यह साबित किया था कि हर बार बुराई पर जीत अच्छाई की ही होती है।
इस मैच में स्मिथ ने 102 गेंदों का सामना करते हुए शानदार 116 रन बनाए। इस पारी के दौरान उन्होंने आठ चौके और तीन सिक्स भी जमाए। इस पारी की बदौलत उन्होंने यह साबित कर दिया कि उनसे गलती तो हुई है लेकिन इस खेल के प्रति उनका समर्पण पहले की तरह आज भी बरकरार है।