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Opinion : भगवान बड़ा या बादशाह, जानें क्या अंतर है सचिन और कोहली के दौर में

वेस्टइंडीज के खिलाफ 37वे शतक की मदद से विराट ने वनडे क्रिकेट में होने 10 हज़ार रन पूरे कर लिए हैं। इसी के साथ उन्होंने सचिन तेंदुलकर का ये रिकॉर्ड भी होने नाम कर लिया। ऐसे में इन दिनों सोशल मीडिया में कोहली और सचिन के फैंस उनकी एक दूसरे से तुलना कर रहे हैं।

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भगवान

नई दिल्ली। क्रिकेट के इतिहास में जब भी महान खिलाड़ियों की बात की जाएगी दो नाम हर किसी की जुबान पर आएंगे। एक सचिन तेंदुलकर और दूसरा विराट कोहली। बुधवार को वेस्टइंडीज के खिलाफ विराट ने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर का 61वां शतक ठोका। इस शतक के साथ विराट एक ऐसा कीर्तिमान अपने नाम कर गए जिसके बाद सभी ने उनकी तुलना सचिन तेंदुलकर से करना शुरू कर दी है। अगर आकड़ों पर नज़र डाली जाए तो कोहली सचिन पर भरी पड़ते हैं लेकिन यहां हम तुलना कर रहे हैं दो दौर की। जो एक दूसरे से बिलकुल अलग हैं।

सबसे ज्यादा शतक में सिर्फ सचिन से पीछे हैं कोहली -
आज टी20 क्रिकेट का दौर है जहां बल्लेबाजों के लिए रन बनाना बेहद आसान हो गया है। आज का क्रिकेट गेंदबाजों के लिए नहीं है। टी20 के इस फटाफट रन बनाने के दौर में दुनिया के अच्छे से अच्छे गेंदबाज की बल्लेबाज बखिया उधेड़ देते हैं। इस दौरे में डेब्यू करने वाले विराट कोहली भी इसी अंदाज़ में बल्लेबाजी करते हैं। अपने 10 साल के अंतरराष्ट्रीय करियर में विराट कोहली ने लंबा सफर तय किया है। उन्होंने 73 टेस्ट में 6,331 रन, 213 वनडे मैचों में 10076 रन और 62 टी20 मैच में 2,102 रन बनाए हैं। दिल्ली का रहने वाले ये खिलाड़ी वर्ल्ड कप और चैंपियंस ट्रॉफी जीतने वाली टीमों का भी हिस्सा रहा है। कोहली बड़ी ही तेजी से वनडे क्रिकेट के सभी रिकॉर्ड्स तोड़ने की ओर बढ़ रहे हैं वनडे क्रिकेट में सबसे ज्यादा शतक लगाने के मामले में कोहली सिर्फ सचिन से पीछे हैं।

वो दौर दूसरा था ये दौर दूसरा है -
वनडे क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन, शतक और अर्धशतक का रिकॉर्ड सचिन तेंदुलकर के नाम है। ऐसे में जब भी कोहली इन रिकार्ड्स के करीब पहुंचते हैं तो उनकी तुलना सचिन से होने लगती है। सचिन जब भारत के लिए खेला करते थे वो दौर इस दौर से बेहद अलग था। आज खेल के नियम बदल चुके हैं। बल्ले के साइज से लेकर मैदान के साइज तक सब कुछ बदल चुका है। सचिन ने वसीम अकरम, वक़ार यूनिस, मुथैया मुरलीधरन, शेन वॉर्न और कर्टली एम्ब्रोस जैसे दिग्गज गेंदबाजों को खेला है। आज के दौरे के किसी भी गेंदबाज में वो दम नहीं दीखता जो कभी इन गेंदबाजों में दीखता था। वहीं आज के दौर में गेंदबाज फ्रैंचाइजी टी20 क्रिकेट इतना खेलते हैं कि अपनी फिटनेस पर ध्यान नहीं दे पाते। शायद इसी लिए आज विश्व क्रिकेट में अच्छे गेंदबाजों की बेहद कमी है।

लक्ष्य का पीछा करने में माहिर कोहली -
वहीं बात की जाए कोहली की तो कोहली इस दौर के सबसे अच्छे बल्लेबाज हैं। कोहली ने इतने कम समय में जो कीर्तिमान हासिल किए हैं वो उनकी महानता को दर्शाता है। अगर एक खिलाड़ी को आंकने की बात आती है, तो सबसे पहला सवाल ये आता है कि इस खिलाड़ी ने कितनी बार अपने देश को दबाव के हालातों में जीत दिलाई है। अगर लक्ष्य का पीछा करने की बात हो तो विराट कोहली का कोई तोड़ नहीं। जब सचिन तेंदुलकर ने अपना करियर खत्म किया था तो लक्ष्य का पीछा करते हुए सबसे ज्यादा शतक लगाने का रिकॉर्ड उन्हीं के नाम था। 232 पारियों में मास्टर ब्लास्टर ने 17 शतक लगाए हैं वहीं कोहली अब तक लक्ष्य का पीछा करते हुए सिर्फ 116 पारियों में ही 22 शतक ठोक चुके हैं।