
Stokes gets command
नई दिल्ली : कोरोना वायरस (Coronavirus) के कारण मार्च से क्रिकेट पूरी तरह थम गया था। लोगों को उम्मीद थी कि कोरोना के बाद जब स्थिति बेहतर होगी तो खेल की गतिविधियां शुरू होगी, लेकिन कोरोना की भयावहता तो कम नहीं हुई, पर अब धीरे-धीरे लोग इसी में खेलने की आदत डालने की तरफ बढ़ रहे हैं। आठ जुलाई से मेजबान इंग्लैंड और वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम (ENG cs WI) के बीच तीन मैचों की टेस्ट सीरीज शुरू होने जा रही है। कोरोना ब्रेक के बाद यह पहली टेस्ट सीरीज है। इस ऐतिहासिक टेस्ट सीरीज के पहले मैच में इंग्लैंड बदले हुए कप्तान के साथ उतरेगी। पहले टेस्ट में इंग्लैंड के दिग्गज हरफनमौला बेन स्टोक्स (Ben Stokes) इंग्लैंड की टीम की कप्तानी करते नजर आएंगे। वह पहली बार इंग्लैंड की कप्तानी करने जा रहे हैं।
विश्व कप 2019 के बाद बढ़ा कद
बेन स्टोक्स का कद वनडे विश्व कप 2019 (World Cup 2019) के बाद अचानक से बढ़ा है। यही कारण है कि नियमित कप्तान जो रूट के निजी कारणों से पहले टेस्ट में उपलब्ध न रहने पर बेन स्टोक्स को बतौर कप्तान उतारने का समर्थन इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड के मैनेजमेंट ने तय किया है। जो रूट की पत्नी कैरी अपने दूसरे बच्चे को जन्म देने वाली हैं। इस दौरान जो रूट पत्नी कैरी के साथ रहेंगे। बच्चे के जन्म के बाद रूट टीम से जुड़ जाएंगे। हालांकि उन्हें दोबारा टीम में जुड़ने के लिए कोविड-19 प्रोटोकॉल्स को फॉलो करना होगा।
सेल्फ आइसोलेशन में रहने के कारण नहीं बन पाएंगे टीम का हिस्सा
अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद रूट को एक सप्ताह तक सेल्फ-आइसोलेशन में रहना होगा। इस कारण आठ जुलाई से होने वाले साउथेम्प्टन टेस्ट मैच में उनके हिस्सा बनने की कोई उम्मीद नहीं है। अगर रूट पहला टेस्ट मैच नहीं खेलते, जिसकी पूरी उम्मीद है तो 2014 के बाद से यह पहला मौका होगा, जब रूट इंग्लैंड की टेस्ट टीम का हिस्सा नहीं होंगे। लगातार 77 टेस्ट मैच देश के लिए खेलने के बाद वह ब्रेक ले रहे हैं। देश के लिए लगातार टेस्ट खेलने का विश्व रिकॉर्ड इंग्लैंड के ही पूर्व क्रिकेटर एलिएस्टर कुक के नाम है। उनके नाम लगातार 159 टेस्ट मैच खेलने का रिकॉर्ड है।
सीधे अंतरराष्ट्रीय मैच में करेंगे कप्तानी
यह जानकर हैरत होगी कि बेन स्टोक्स ने स्कूली क्रिकेट के अलावा कभी किसी टीम की कप्तानी नहीं की है। अब वह सीधे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कप्तानी करने जा रहे हैं। एक वक्त था कि ब्रिस्टल में हुई एक झड़प के दोषी पाए जाने के बाद लग रहा था कि वह कभी क्रिकेट नहीं खेल पाएंगे और अब वह देश का नेतृत्व करने जा रहे हैं तो इसमें कहीं न कहीं 2019 एकदिवसीय विश्व कप और उसके बाद एशेज में मैच विजेता खिलाड़ी की तरह प्रदर्शन करना रहा है। महज पिछले एक साल में लापरवाह क्रिकेटर से निकलकर उन्होंने एक जिम्मेदार क्रिकेटर के तौर पर पहचान बनाई है। इतना जिम्मेदार की ईसीबी ने उन्हें नेतृत्व तक सौंपने का निर्णय ले लिया।
Updated on:
29 Jun 2020 06:07 pm
Published on:
29 Jun 2020 06:06 pm
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