-तमिलनाडु के किक्रेटर यो महेश ने सिर्फ 32 साल की उम्र में लिया क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास।-लगातार पिछले 5 साल से चोटों से जूझ रहे थे यो महेश। 2006 में किया था प्रथम श्रेणी क्रिकेट में पदार्पण-*बीसीसीआई और तमिलनाडु क्रिकेट संघ का मौका देने के लिए जताया आभार।
नई दिल्ली। आईपीएल (IPL) में चेन्नई सुपर किंग्स (Chennai Super Kings) और दिल्ली डेयरडेविल्स (delhi daredevils) की ओर से खेल चुके क्रिकेटर यो महेश (Yo Mahesh) ने रविवार को क्रिकेट से सभी प्रारूपों से संन्यास (yo mahesh retires) ले लिया है। 32 वर्षीय महेश ने यह फैसला चोटों (yo mahesh injury) के चलते लिया। रिपोर्ट्स के अनुसार महेश पिछले 5 साल से लागातार चोटों से जूझ रहे थे।
बीसीसीआई का शुक्रिया अदा किया
बता दें कि महेश ने 2006 से 50 प्रथम श्रेणी, 61 लिस्ट ए और 46 टी-20 मैच खेले हैं। खेल से संबंधित एक वेबसाइट ने महेश के हवाले से लिखा, 'मैं बीसीसीआई (BCCI) का शुक्रिया अदा करता हूं जिसने मुझे अंडर-19 और इंडिया-ए के स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व करने का मौका दिया। यह मेरे लिए सम्मान की बात रही है। मैं पूरे गर्व के साथ इसे अपने कॅरियर का सबसे अच्छा समय कहता हूं।'
5 साल से चोटों से थे परेशान
महेश आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स और दिल्ली डेयरडेविल्स की ओर से खेल चुके हैं। संन्यास की घोषणा करने के बाद महेश ने कहा, 'मेरी दो आईपीएल टीमें चेन्नई सुपर किंग्स और दिल्ली डेयरडेविल्स का भी मेरे पर विश्वास दिखाने और मुझे महान खिलाड़ियों के साथ ड्रेसिंग रूम साझा करने का मौका देने के लिए शुक्रिया। आखिरी के पांच साल मैं चोटों से परेशान रहा, लेकिन इस समय में इंडिया सिमेंट्स को मेरा साथ देने के लिए भी शुक्रिया अदा करना चाहता हूं। मैं अपने राज्य तमिलनाडु क्रिकेट संघ को भी धन्यवाद देना चाहता हूं, जिसने मुझे 14 साल की उम्र में निखारने का मौका दिया।'
बंगाल के खिलाफ किया प्रथम श्रेणी में पर्दापण
महेश ने वर्ष 2006 में बंगाल के खिलाफ प्रथम श्रेणी क्रिकेट में पर्दापण किया था। 2008 में आईपीएल के पहले सीजन में उन्होंने दिल्ली से खेलते हुए 16 विकेट लिए थे। वह अपने कॅरियर का अंत सभी प्रारूपों में 253 विकेटों के साथ कर रहे हैं। प्रथम श्रेणी क्रिकेट में उनके नाम 1000 रन भी हैं।