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रिटायरमेंट पर युवराज के पिता की रोहित-कोहली को सलाह, खुद के बारे में नहीं.. बल्कि देश के बारे में सोचें

Yograj Singh on Rohit Sharma and Virat Kohli Test cricket Retirement: योगराज सिंह ने कहा, "रोहित शर्मा और विराट कोहली को भारतीय टेस्ट क्रिकेट को बचाने के लिए संन्यास से वापस लौटना चाहिए। यह समय अपने बारे में सोचने का नहीं है, यह समय देश, प्रशंसकों और खेल के प्रति लोगों की गहरी भावनाओं के बारे में है।

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Virat Kohli and Rohit Sharma

Virat Kohli and Rohit Sharma (Source- IANS)

Former India cricketer Yograj Singh on Rohit Sharma and Virat Kohli Test cricket Retirement: पूर्व भारतीय क्रिकेटर युवराज सिंह के पिता योगराज सिंह ने दिग्गज क्रिकेटर रोहित शर्मा और विराट कोहली को टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने के फैसले पर पुर्निवचार की अपील की है। उन्होंने दोनों दिग्गज क्रिकेटर्स से कहा कि देश के रेड बॉल क्रिकेट (टेस्ट क्रिकेट) को बचाने के लिए उन्हें अपना फैसला वापस लेना चाहिए। रोहित शर्मा और विराट कोहली के संन्यास लेने के कारण भारतीय क्रिकेट टीम आगामी इंग्लैंड दौरे पर अपने सबसे सीनियर खिलाड़ियों के बगैर खेलने उतरेगी, जहां उसे 20 जून से पांच मैचों की टेस्ट सीरीज खेलनी है।

शुभमन गिल, अभिषेक शर्मा के अलावा अपने बेटे युवराज सिंह को कोचिंग देने वाले 67 वर्षीय पूर्व भारतीय क्रिकेटर योगराज सिंह ने कहा कि विराट कोहली के पास क्रिकेट को देने के लिए अभी और साल हैं।

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योगराज सिंह ने कहा, "रोहित शर्मा और विराट कोहली को भारतीय टेस्ट क्रिकेट को बचाने के लिए संन्यास से वापस लौटना चाहिए। यह समय अपने बारे में सोचने का नहीं है, यह समय देश, प्रशंसकों और खेल के प्रति लोगों की गहरी भावनाओं के बारे में है। विराट कोहली में अभी भी कम से कम दस साल का क्रिकेट बाकी है। जहां तक ​​रोहित की बात है, अगर वह मेरे पास आते हैं तो मैं सुनिश्चित करूंगा कि वह फिर से पूरी तरह से फिट हो जाएं।"

बीसीसीआई को खिलाड़ियों का देना चाहिए साथ

योगराज सिंह ने कहा कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) को कठिन समय में खिलाड़ियों का समर्थन करना चाहिए ताकि खिलाड़ी बढ़ते दबाव के आगे ना झुकें। उन्होंने कहा, वर्ष 2011 में युवराज सिंह, हरभजन सिंह और वीरेंद्र सहवाग जैसे खिलाड़ियों को बिना किसी स्पष्ट कारण के टीम से बाहर कर दिया गया था। जब युवराज ने संन्यास लिया तो मैंने उसे डांटा, मैंने उससे कहा कि वह दबाव में न आए। वह अविश्वसनीय रूप से फिट था और अभी भी है। क्रिकेटरों को बाहरी दबावों के आगे झुकने के बजाय टीम में अपनी जगह के लिए संघर्ष करना चाहिए।

उन्होंने कहा, "बीसीसीआई को एक अभिभावक की तरह काम करना चाहिए, अपने खिलाड़ियों की सुरक्षा और समर्थन करना चाहिए, अहंकार या राजनीति को निर्णय लेने नहीं देना चाहिए।

युवराज से कहा, विराट-रोहित से कहो कि टेस्ट से संन्यास ना लें

योगराज ने कहा कि उन्होंने अपने बेटे युवराज सिंह को फोन किया और उससे कहा कि वह विराट कोहली से कहे कि वह टेस्ट क्रिकेट से संन्यास न लें और बाद में अपने फैसले पर पछतावे की स्थिति में न आएं। मैंने युवी से कहा कि वह विराट को फोन करे और उससे कहे, 'वही गलती मत करना जो मैंने की। मुझे यकीन है कि वे (रोहित और विराट) कुछ साल बाद पीछे मुड़कर देखेंगे और पछताएंगे, क्योंकि एक दिन, निराशा निश्चित रूप से सामने आएगी, लेकिन तब क्या मतलब होगा?'

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दिग्गज क्रिकेटर कोहली ने 123 मैचों में 46.85 की औसत से 30 शतक और 31 अर्द्धशतक के साथ 9,230 रन बनाकर अपने टेस्ट करियर को अलविदा कहा, जबकि रोहित ने 67 मैचों में 12 शतक और 18 अर्द्धशतक सहित 40.57 की औसत से 4301 रन बनाकर टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लिया।