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यशस्वी जायसवाल के दोहरे शतक पर आया गौतम गंभीर का बयान, कहा – उपलब्धियों को बढ़ा-चढ़ाकर पेश नहीं करें

गंभीर ने कहा कि युवा बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल के दोहरे शतक को बढ़ा-चढ़ाकर पेश नहीं करना चाहिए क्योंकि ऐसा करने से उम्मीदों का बोझ बढ़ जाता है जिसका उनके जैसे युवा खिलाड़ियों के खेल पर प्रतिकूल असर पड़ता है।

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Yashasvi Jaiswal, Double century, India vs England: खब्बू सलामी बल्लेबाज यशस्वी जयसवाल ने भारत और इंग्लैंड के बीच खेले जा रहे दूसरे टेस्ट में दोहरा शतक लगाकर क्रिकेट जगत में खलबली मचा दी। उनके इस प्रदर्शन की हर कोई तारीफ कर रहा है। इसी बीच पूर्व भारतीय क्रिकेटर गौतम गंभीर ने भी उनके दोहरे शतक पर प्रतिक्रिया दी है।

गंभीर ने कहा कि युवा बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल के दोहरे शतक को बढ़ा-चढ़ाकर पेश नहीं करना चाहिए क्योंकि ऐसा करने से उम्मीदों का बोझ बढ़ जाता है जिसका उनके जैसे युवा खिलाड़ियों के खेल पर प्रतिकूल असर पड़ता है। गंभीर ने कहा, मैं यशस्वी को बधाई देता हूं। मैं सभी को यह बताना चाहता हूं कि यशस्वी को खेलने दें। हमने पहले भी देखा है कि भारत में खिलाड़ियों की उपलब्धियों को बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया जाता है और उन्हें नायक के समान पेश करते हैं। इससे उम्मीदों का दबाव बढ़ जाता है और खिलाड़ी अपना नैसर्गिक खेल नहीं खेल पाते। यशस्वी को अपने क्रिकेट का लुत्फ उठाने दीजिए।

यशस्वी ने विशाखापत्तनम टेस्ट की पहली पारी में शानदार बल्लेबाजी करते हुए 290 गेंद पर 19 चौके और सात सिक्स की मदद से 209 रनों की पारी खेली। वह टेस्ट में भारत के लिए दोहरा शतक लगाने वाले तीसरे सबसे युवा भारतीय बल्लेबाज बन गए हैं। उनसे पहले विनोद कांबली 21 साल की उम्र में दो दोहरे शतक लगा चुके हैं। वहीं, सुनील गावस्कर ने 21 की उम्र में एक दोहरा शतक लगाया था। अब यशस्वी ने 22 की उम्र में ऐसा किया है। वहीं भारत के लिए यह मुकाम हासिल करने वाले 25वे बल्लेबाज।

यशस्वी के टेस्ट करियर की बात करें तो छह मैचों की 11 पारियों में 57.91 के औसत से 637 रन बनाए हैं। इस दौरान उनके बल्ले से दो शतक निकले हैं। इनमें एक दोहरा शतक भी शामिल है। वह दो अर्धशतक भी लगा चुके हैं।