29 अगस्त को चेन्नई में उनके एक्शन की जांच हुई जिससे पता चला कि उनका एक्शन गलत है। धनंजय को इससे पहले दिसंबर-2018 में प्रतिबंधित किया गया था लेकिन एक्शन में सुधार के बाद फरवरी-2019 में उन्हें एक बार फिर गेंदबाजी करने की अनुमति मिल गई।
यह दूसरी बार है जब उनके एक्शन को गलत पाया गया है जिसके कारण उन पर स्वत: ही 12 महीनों का प्रतिबंध लग गया। एक साल की मियाद खत्म होने के बाद धनंजय आईसीसी में एक्शन जांच की अपील कर सकते हैं।