
WC Team India : इन 15 खिलाड़ियों ने पिछले एक साल में लहराया है परचम, ऐसा रहा इनका का प्रदर्शन
नई दिल्ली : विश्व कप 2019 (ICC World Cup 2019) की घोषणा 15 अप्रैल को हो चुकी है। इस टीम में ओपनर के रूप में रोहित शर्मा और शिखर धवन हैं। इसके अलावा बैकअप के रूप में एक और ओपनर केएल राहुल को जगह दी गई है। रोहित शर्मा टीम के उपकप्तान भी हैं।
इसके अलावा मध्यक्रम की जिम्मेदारी जिन खिलाड़ियों पर है, उनमें सिर्फ टीम के कप्तान विराट कोहली ही ऐसे प्लेयर हैं, जो विशुद्ध बल्लेबाज हैं। उनके अलावा महेंद्र सिंह धौनी और दिनेश कार्तिक के जिम्मे बल्लेबाजी के अलावा विकेट कीपर की दोहरी जिम्मेदारी रहेगी। कार्तिक को दूसरे विकेट कीपर बल्लेबाज के रूप में चुना गया है। इसके बाद मध्यक्रम कमान संभालने वाले विजय शंकर और हार्दिक पांडया के पास तेज गेंदबाजी को मजबूती देने की भूमिका होगी तो केदार जाधव और रविंद्र जडेजा अपनी बल्लेबाजी के अलावा स्पिन गेंदबाजी को मजबूती देने में सहयोग करेंगे। स्पिन गेंदबाजी की कमान कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल के पास है तो तेज गेंदबाजी का जिम्मा जसप्रीत बुमराह, भुवनेश्वर कुमार और मोहम्मद शमी संभालेंगे।
विश्व कप गई यह टीम कितनी सक्षम है, इसे आंकड़ों में जानने की कोशिश करते हैं। इनका हालिया फॉर्म कैसा है, यह जानने के लिए इनके एक साल के एकदिवसीय प्रदर्शन पर नजर दौड़ाते हैं।
रोहित शर्मा
जनवरी 2018 से अब तक रोहित ने 32 वनडे मैच खेले हैं और इन्होंने इनमें छह शतक और 7अर्द्धशतक की मदद से कुल 1586 रन बनाए हैं। इस दरमियान इनका औसत 58.50 का रहा है। यह जबरदस्त फॉर्म में हैं और लगातार रन बना रहे हैं।
शिखर धवन
जनवरी 2018 से 4 शतक और इतने ही अर्द्धशतक की मदद से इस बाएं हाथ के बल्लेबाज ने कुल 32 मैचों में 1317 रन बनाए हैं। इस दरमिया इनका औसत 43.50 का रहा है। इनके साथ एक ही समस्या है। वह है फॉर्म की, जब गड़बड़ा जाती है तो लंबे समय तक वापस नहीं आती।
केएल राहुल
इन्हें बेहद प्रतिभाशाली बल्लेबाज माना जाता है। लेकिन सफेद गेंद से किए गए इनके प्रदर्शन को देखें तो यह बेहद औसत बल्लेबाज नजर आते हैं। जनवरी 2018 से अब तक उन्होंने मात्र 4 मैच खेले हैं। इसमें मात्र एक अर्द्धशतक की मदद से 95 रन बनाए हैं। इनका औसत भी बेहद खराब 31.66 का है।
विराट कोहली
विराट कोहली पिछले कुछ सालों से गजब के फॉर्म में हैं। पिछले एक साल में उनहोंने जैसा औसत दिया है 90.65 का, इस आधार पर इन्हें एकदिवसीय क्रिकेट का ब्रैडमैन भी कह सकते हैं। जनवरी 2018 से अब तक 25 मैचों में की 4 शतक और 9 अर्धशतक की बदौलत उन्होंने 1813 रन बनाए हैं।
विजय शंकर
विश्व कप टीम की टीम में इनके चयन पर कई विशेषज्ञों ने हैरानी जाहिर की थी। क्योंकि अंबाती रायडू जैसे प्रतिभाशाली बल्लेबाज को नजरअंदाज कर इन्हें टीम में लिया गया है। इसकी वजह यह है कि यह जितने अच्छे क्षेत्ररक्षक और उपयोगी तेज गेंदबाज भी हैं। जरूरत पड़ने पर यह तेज गेंदबाजी को मजबूती दे सकते हैं। हालांकि इन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ज्यादा मैच नहीं खेले हैं और अनुभव की कमी भी है। मैच को फिनिश करने की इनकी क्षमता भी संदिग्ध है। जनवरी 2018 से अब तक उन्होंने 9 मैचों में 165 रन बनाए हैं। इनका औसत 33 का है। 5.63 की इकोनॉमी से कभी-कभार गेंदबाजी करते हुए 2 विकेट भी लिए हैं।
महेंद्र सिंह धोनी
यह टीम इंडिया के लीजेंड खिलाड़ी हैं। यह न सिर्फ अपनी शानदार विकेट कीपिंग और बल्लेबाजी से टीम में अपना योगदान देते हैं, बल्कि अपनी क्रिकेटीय जानकारी, नेतृत्व क्षमता और मैच फिनिश करने की क्षमता के कारण अद्भुत खिलाड़ी बन जाते हैं। जनवरी 2018 से अब तक 21 मैचों में 4 अर्द्धशतकों की मदद से उन्होंने 602 रन बनाए हैं। इनका औसत भी 40.13 का बढ़िया है।
केदार जाधव
वैसे तो इनकी हैसियत टीम मुख्य तौर पर बल्लेबाज की है, लेकिन नाटे कद का यह खिलाड़ी अपनी गैरपरंपरागत ऑफ स्पिन गेंदबाजी से भी विपक्षी टीम को चौंका सकता है। इन्होंने जनवरी 2018 से अब तक जाधव 10 मैचों में 377 रन बनाए हैं और वह भी 47.12 की शानदार औसत से। इसके अलावा 5.11 की इकोनॉमी से 11 विकेट भी लिए हैं। लेकिन इंग्लैंड के स्विंगिंग विकेट पर यह कितना सफल होंगे, यह कहना अभी जल्दबाजी होगी।
दिनेश कार्तिक
जनवरी 2018 से अब तक खेले 10 मैचों में 242 रन बनाए हैं और इनका 40.33 का औसत भी काफी अच्छा है। इसके अलावा यह अच्छे विकेट कीपर भी हैं।
हार्दिक पांड्या
हार्दिक पांड्या ने पिछले साल काफी बुरा समय देखा है, लेकिन अपने खराब खेल के कारण नहीं, बल्कि विवादों के कारण। इन सारे विवादों से उबर कर इन्होंने विश्व कप की टीम में वापसी की है। जनवरी 2018 से अब तक वह वह 13 मैचों में 129 रन बना चुके हैं। इनका औसत 18.42 का है और आखिरी कुछ ओवरों में बड़े हिट लगाकर मैच का रुख पलट देने की इनमें क्षमता है। इन मैचों 5.48 की इकोनॉमी से उन्होंने 9 विकेट भी लिए हैं।
रविंद्र जडेजा
जडेजा का विश्व कप टीम में नाम आना सबसे ज्यादा आश्चर्यजनक था, लेकिन शायद इनकी चपल क्षेत्ररक्षण और बल्लेबाजी करने की क्षमता के कारण टीम में स्थान मिला है। लेकिन विकेट निकालने की क्षमता न होना इनकी सबसे बड़ी कमजोरी है। इन्होंने जनवरी 2018 से अब तक 15 मैचों में 17.28 की औसत से 121 रन बनाए हैं और 4.75 की इकोनॉमी से 19 विकेट लिया है।
भुवनेश्वर कुमार
टीम इंडिया के सबसे भरोसेमंद खिलाड़ियों में से एक हैं। मुश्किल वक्त में बल्ले से भी योगदान देने में सक्षम हैं। जनवरी 2018 से उन्होंने खेले 24 मैचों में 32.06 की औसत और 5.28 की इकोनॉमी से 30 विकेट लिए हैं।
कुलदीप यादव
कुलदीप यादव बहुत कम समय में टीम इंडिया के अहम खिलाड़ी बन गए हैं। गेंदबाजी में विविधता के कारण यह विपक्षी गेंदबाजों के लिए मुश्किलें खड़ी कर देते हैं। इन्होंने जनवरी 2018 से अब तक 30 मैचों में 20.72 की शानदार औसत और 4.96 की इकोनॉमी से 65 विकेट लिए हैं।
युजवेंद्र चहल
चहल भी शानदार कलाई के गेंदबाज हैं। जनवरी 2018 से अब तक इन्होंने 24 मैचों में 24.33 की औसत और 5.04 की इकोनॉमी से 45 विकेट लिए हैं।
मोहम्मद शमी
अक्सर चोटिल होकर टीम से बाहर हो जाने वाले मोहम्मद शमी ने हाल-फिलहाल में अपनी फिटनेस पर काफी काम किया है। इस वजह से इनकी गेंदबाजी में भी निखार आया है। इस समय जिस तरह के फॉर्म हैं, वह टीम इंडिया के सबसे खतरनाक गेंदबाज बन गए हैं। जनवरी 2018 से अब तक खेले 13 मैचों में 29.18 की औसत और 5.45 की इकोनॉमी से 22 विकेट ले चुके हैं।
जसप्रीत बुमराह
इस समय क्रिकेट के तीनों ही संस्करण का इन्हें सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज बताया जा रहा है। वनडे क्रिकेट में इनकी वर्तमान रैंकिंग नंबर वन है। जनवरी 2018 से अब तक वह 18 मैचों में 21.03 की औसत और 4.07 की इकोनॉमी से 29 विकेट लिया है।
Published on:
21 Apr 2019 07:05 am
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