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धोनी नहीं देते इन 5 युवा खिलाड़ियों को मौका तो टीम इंडिया को नहीं मिलते ये मैच विनर्स

महेंद्र सिंह धोनी ने टीम इंडिया की कप्तानी साल 2018 में संभाली थी। उन्होंने अपनी कप्तानी में 3 बड़े खिताब दिलाए हैं। उन्होंने 5 युवा खिलाड़ियों को मौका दिया जो आज टीम इंडिया के मैच विनर्स हैं।

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नई दिल्ली। महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में टीम इंडिया कई बार विश्व चैंपियन बना हैं। उन्होंने साल 2018 में टीम की कप्तानी संभाली थी और उस समय उनके सामने कई चुनौतियां थी। जैसे कि युवाओं को मौका देना और भविष्य के लिए एक अच्छी टीम तैयार करना। उन्होंने इन सभी उम्मीदों पर खरा उतरते हुए 5 युवा खिलाड़ियों को मौका दिया जो आगे चलकर टीम इंडिया के लिए मैच विनर्स साबित हुए। इन 5 खिलाड़ियों में से 4 खिलाड़ी आज भी टीम इंडिया की ओर से खेलते हुए विश्व क्रिकेट में अपनी बल्लेबाजी और गेंदबाजी का डंका बजा रहे हैं। आइए जानते हैं इन खिलाड़ियों के बारे में।

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धोनी की कप्तानी मेंं टीम इंडिया ने जीते ये खिताब
धोनी की कप्तानी में टीम इंडिया ने आईसीसी वर्ल्ड टी20 (2007), वनडे वर्ल्ड कप (2011) और आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी (2013) का खिताब जीता। इसके अलावा भारत 2009 में पहली बार टेस्ट में नंबर—1 पायदान पर पहुंचा। धोनी ने अपनी कप्तानी में 5 युवा खिलाड़ियों को मौका, जो टीम इंडिया के लिए मैच विनर्स बनें। इन 5 में से 4 खिलाड़ी आज भी वर्ल्ड क्रिकेट में अपने धांसू प्रदर्शन से लोहा मनवा रहे हैं।

विराट कोहली
विराट कोहली ने धोनी की कप्तानी में अपना क्रिकेट कॅरियर शुरू किया था। उन्हें धोनी ने नंबर—3 पर खेलने का मौका दिया था। कोहली के अच्छे प्रदर्शन को देखते हुए धोनी ने उन्हें टेस्ट क्रिकेट में खेलने का भी मौका दिया। साल 2011—12 में विराट कोहली ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर सफल नहीं हुए थे फिर भी धोनी ने उन्हें लगातार एक के बाद एक मौके दिए थे। साल 2012 की बात हैं जब पर्थ में सिलेक्टर्स कोहली की जगह रोहित को मौका देना चाह रहे थे। लेकिन धोनी ने कोहली को प्लेइंग इलेवन में शामिल किया और शतकर जड़कर आलोचकों को करारा जवाब दिया। यह बात खुद भारत के पूर्व बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने बताई थी। उस समय वह टीम के उपकप्तान थे।

रोहित शर्मा
रोहित शर्मा के लगातार खराब फॉर्म से गुजरने के बाद भी धोनी ने लगातार मौके दिए। इससे उनका पूरा क्रिकेट कॅरियर बदल गया। रोहित को वनडे में सलामी बल्लेबाज बनाने में धोनी की ही भूमिका रही है। साल 2013 में जब धोनी ने रोहित को ओपनर के तौर पर बल्लेबाजी करने का मौका दिया तो उनका अलग ही रूप देखने को मिला था। रोहित को टीम इंडिया का हिटमैन बनाने का पूरा श्रेय धोनी को ही जाता है।

रविचंद्रन अश्विन
रविचंद्रन अश्विन आज दुनिया के बेहतरीन स्पिन गेंदबाजों में शुमार हैं। धोनी ने अश्विन को पहली बार आईपीएल 2010 में खेलने का मौका दिया था। उस साल अश्विन ने शानदार प्रदर्शन किया और उसके बाद धोनी ने उन्हें टीम इंडिया में खेलने का मौका दिया। इसके बाद ही अश्विन ने टीम इंडिया में अपनी जगह बनाई थी। अश्विन को टीम में महज एक ही साल हुआ था कि 2011 वर्ल्ड कप में उन्हें टीम में जगह दी गई थी। इसके बाद अश्विन को धोनी ने टेस्ट में खेलने का मौका दिया।

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रवींद्र जडेजा
टीम इंडिया के बेहतरीन ऑलराउंडर्स में शुमार रवींद्र जडेजा के क्रिकेट कॅरियर में भी धोनी का काफी योगदान रहा है। आज जडेजा तीनों फॉर्मेट में टीम इंडिया के मैच विनर खिलाड़ी हैं। वह गेंदबाजी, बल्लेबाजी और फील्डिंग तीनों में ही कमाल का प्रदर्शन कर रहे हैं। आईपीएल में जडेजा धोनी की कप्तानी वाली टीम चेन्नई सुपर किंग्स के लिए खेलते हैं और धोनी के सबसे चहेते खिलाड़ियों में से एक हैं। यह वजह है कि उन्हें टीम इंडिया में तीनों फॉर्मेट में खेलने का मौका मिला। धोनी ने जडेजा को बार—बार मौका दिया और यही वजह है कि वह आज एक शानदार ऑलराउंडर बन गए।

सुरेश रैना
महेंद्र सिंह धोनी और सुरेश रैना के बीच खास दोस्ती हैं और यह किसी से भी छिपी नहीं हैं। दोनों ने एक ही दिन अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लिया था। धोनी ने एक बार अपने इंटरव्यू में कहा था कि रैना एक बेहतरीन खिलाड़ी हैं और उनका सपोर्ट किया जाना चाहिए। अगर हम उन्हें सपोर्ट नहीं करेंगे तो वह अपना नेचुरल गेम नहीं खेल पाएंगे। इसलिए धोनी ने लगातार रैना को खेलने का मौका दिया। इसके बाद ही रैना टी20 के सबसे खतरनाक खिलाड़ी बने।