पांड्या एक बार फिर भारतीय टीम के लिए संकटमोचक बने। ये साल अभी तक उनके लिए अच्छा रहा है। मुश्किल समय में आकर पांड्या ने 30 गेंदों में 71 रनों की नाबाद पारी खेली। उन्होंने अपनी इस पारी में 7 चौके और 5 सिक्स लगाए। अंतिम ओवर में पांड्या ने तीन सिक्स लगाए। अपनी इस पारी से उन्होंने दिखा दिया कि वो फिनिशर का रोल भी तगड़ा निभा सकते हैं। गेंदबाजी में भी पांड्या ने 2 ओवर में 22 रन दिए। टी-20 वर्ल्ड कप के लिहाज से टीम इंडिया के लिए ये एक पॉजिटिव चीज पहले मैच में नजर आई।
2) भारतीय बॉलिंग अभी भी फिसड्डी, अक्षर पटेल ने बचाई लाज एशिया कप में भारतीय टीम अपने गेंदबाजों की वजह से हारी थी। इस बार भी कुछ ऐसा ही देखने को मिला। डिफेंड करने के लिए भारतीय गेंदबाजों के पास बहुत रन थे। मुख्य गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार 4 ओवर में 52 रन दिए और कोई भी विकेट नहीं लिया। यही हाल युजवेंद्र चहल का रहा, जिन्होंने सिर्फ 3.2 ओवर में 42 रन लुटवा दिए। हर्षल पटेल ने भी 4 ओवर में 49 रन दे दिए। यहां सिर्फ एक अकेले अक्षर पटेल ऐसे दिखे, जिन्होंने बॉलिंग की लाज रखी। उन्होंने 4 ओवर में 17 रन देकर 3 विकेट लिए।
T-20 में सबसे ज्यादा बार 200 रन बनाने वाली 2 टीमें
3) ऑस्ट्रेलिया की बल्लेबाजी
ऑस्ट्रेलिया ने इस बार दिखा दिया कि क्यों वो वर्ल्ड चैंपियन हैं। बड़े लक्ष्य का पीछा करने उतरे ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों ने रनगति को कम नहीं होने दिया। शुरूआत में ही एरोन फिंच और कैमरून ग्रीन ने बड़े शॉट लगाए। ऑस्ट्रेलिया ने 3 ओवरों में ही 38 रन बना दिए थे। कैमरून ग्रीन ने 30 गेंदों में 61 रन इसके बाद जड़े। 145 पर ऑस्ट्रेलिया ने पांच विकेट गंवा दिए थे। मैथ्यू वेड और टिम डेविड ने यहां से 60 रनों की साझेदारी कर भारत से मैच छीन लिया।
4) रोहित, विराट बड़े मैचों में फेल, केएल राहुल की वापसी
रोहित शर्मा और विराट कोहली एक बार फिर बड़े मैच में फेल नजर आए। एशिया कप में भी कुछ ऐसा ही देखने को मिला था। रोहित शर्मा इस समय लय में नजर नहीं आ रहे हैं। इस मैच में वो सिर्फ 11 ही रन बना पाए। वहीं विराट कोहली भी 2 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। दोनों गलत शॉट खेलकर आउट हुए। अगर ये दोनों विकेट पर टिकते तो शायद कहानी कुछ और होती। केएल राहुल के लिए एशिय कप अच्छा नहीं रहा था लेकिन यहां उन्होंने 35 गेंदों में 55 रन की पारी खेली। ये टीम इंडिया के लिए जरूर अच्छी खबर है।