28 दिसंबर 2025,

रविवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

‘तुम हैरी ब्रूक जैसे….’, रवींद्र जडेजा और बेन स्टोक्स के बीच जमकर हुआ ड्रामा, झल्लाए अंग्रेज़! गुस्से में की ये शर्मनाक हरकत, देखें Video

इंग्लैंड के कप्तान ने ने रवींद्र जडेजा और वाशिंगटन सुंदर को हाथ मिलाकर मैच ड्रॉ करने का प्रस्ताव दिया। लेकिन भारतोया ऑलराउंडर ने इसे ठुकरा दिया। जिसके बाद स्टोक्स गुस्से से लाल हो गए और जडेजा को खरी-खोटी सुनाने लगे।

2 min read
Google source verification

भारत

image

Siddharth Rai

Jul 28, 2025

चौथे टेस्ट में बेन स्टोक्स और रवींद्र जडेजा के बीच विवाद देखने को मिला (Photo - Espncricinfo)

Ben Stokes, Ravindra Jadeja, India vs England 4th Test: भारत और इंग्लैंड के बीच मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफोर्ड स्टेडियम में खेला गया एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी का चौथा टेस्ट ड्रॉ हो गया है। भारतीय टीम पर इस मैच में हार का खतरा मंडरा रहा था। लेकिन, ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा और वाशिंगटन सुंदर की शानदार शतकीय पारियों की मदद से भारत ने इंग्लैंड के मुंह से यह मुक़ाबला छीन लिया और इसे ड्रा करा दिया। यह ड्रॉ भारत के लिए जीत से कम नहीं है।

ऐसे शुरू हुआ विवाद

इस मैच में इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स और रवींद्र जडेजा के बीच विवाद देखने को मिला। दरअसल इस मैच एक अंतिम घंटे का खेल बचा था। भारत ने चार विकेट पर 386 रन बना लिए थे। सिर्फ 15 ओवर का खेल बाकी था और इस मैच का नतीजा आता नहीं दिख रहा था। ऐसे में इंग्लैंड के कप्तान ने ने रवींद्र जडेजा और वाशिंगटन सुंदर को हाथ मिलाकर मैच ड्रॉ करने का प्रस्ताव दिया। लेकिन भारतोया ऑलराउंडर ने इसे ठुकरा दिया। जिसके बाद स्टोक्स गुस्से से लाल हो गए और जडेजा को खरी-खोटी सुनाने लगे।'

दरअसल स्टोक्स ने जब यह प्रस्ताव दिया तब जडेजा और सुंदर दोनों 80 पर बल्लेबाजी कर रहे थे और शतक के करीब थे। ड्रॉ का प्रस्ताव ठुकराये जाने के बाद स्टोक्स ने कहा, "अगर तुम्हें शतक की बनाना था तो ऐसी बल्लेबाजी पहले कर लेते। क्या तुम ब्रूक जैसे और बेन डाकेट जैसे गेंदबाजों के सामने 100 पूरा करना चाहोगे?" इसपर जडेजा ने कहा, "तुम क्या चाहते हो की मैं ऐसे ही यहां से चला जाऊं?"इसपर सलामी बल्लेबाज जैक क्रॉली ने कहा, "जडेजा आप हाथ मिलाये और खेल को खत्म कीजिये।" इसपर जडेजा ने कहा, "मैं कुछ नहीं कर सकता।"

जडेजा के ऐसा नहीं करने से स्टोक्स इतना नाराज़ हो गए कि मैच के अंत में उन्होंने उन से हाथ भी नहीं मिलाया। स्टोक्स ने टेस्ट जल्दी समाप्त करने का प्रस्ताव देने के अपने फैसले का बचाव करते हुए कहा कि वह अपनी प्रमुख तेज गेंदबाजों को जोखिम में नहीं डालना चाहते थे क्योंकि मैच निश्चित ड्रॉ की ओर बढ़ रहा था। उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि भारत ने बहुत मुश्किल समय बिताया। वे दोनों (जडेजा और सुंदर) ने अविश्वसनीय रूप से अच्छा खेल रहे थे। मैच उस मोड पर पहुंच गया था जहां से सिर्फ एक ही परिणाम संभव था और मैं अपने किसी भी तेज गेंदबाज को चोटिल होने के जोखिम में नहीं डालना चाहता था। मैंने अपने प्रस्ताव से आधे घंटे पहले ही अपने तेज गेंदबाजों से गेंदबाजी करना बंद कर दिया था।'