
मेलबर्न. ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज नाथन कॉल्टर नाइल ने भारत के खिलाफ पहले वनडे में जबरदस्त वापसी कर राष्ट्रीय टीम में अपनी वापसी को सही साबित कर दिया। 29 वर्षीय नाइल चोटों के कारण प्रथम श्रेणी क्रिकेट भी छोडऩे की सोच रहे थे, लेकिन ट्वंटी-20 क्रिकेट में उनके जबरदस्त प्रदर्शन के बाद अब तेज गेंदबाज ने टेस्ट टीम में जगह बनाने की फिर से उम्मीद जताई है। नाइल ने अब तक केवल 17 वनडे और 17 ट्वंटी- 20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच ही खेले हैं।
प्रदर्शन से किया सबको प्रभावित
नाइल ने भारत के खिलाफ चल रही सीरीज के पहले वनडे में शानदार प्रदर्शन करते हुए 44 रन पर तीन अहम विकेट चटकाए। हालांकि भारत ने यह मैच डकवर्थ लुइस नियम से 26 रन से जीत लिया। लेकिन नाइल ने जरूर अपने प्रदर्शन से प्रभावित किया। जून में वेस्टइंडीज के खिलाफ त्रिकोणीय सीरीज में खेलने के बाद नाइल की यह पहली अंतरराष्ट्रीय सीरीज भी है, क्योंकि वह बाकी के सत्र में पीठ में चोट के कारण नहीं खेल सके थे।
राष्ट्रीय अनुबंधित खिलाडिय़ों की सूची से सीए ने कर दिया था बाहर
नाइल को अप्रैल में राष्ट्रीय अनुबंधित खिलाडिय़ों की सूची से भी बाहर कर दिया गया था। नाइल ने कहा, एक समय मेरे करियर में ऐसा आया, जब मुझे लगा कि मैं दोबारा ऑस्ट्रेलिया के लिए खेल भी पाऊंगा या नहीं। उन्होंने कहा, हालांकि मुझे इस बात का भरोसा हमेशा है कि मैं वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया के लिए खेलूंगा और घरेलू सत्र में जगह बना लूंगा, क्योंकि ऑस्ट्रेलिया के लिए दौरों पर जाने से यह ज्यादा आसान है। लेकिन अभी देखना बाकी है कि मैं इस दौरे में कैसा प्रदर्शन करता हूं।
सपनों को छोड़ देना पागलपन
तेज गेंदबाज ने कहा कि मैंने प्रथम श्रेणी क्रिकेट छोडऩे के बारे काफी कुछ सोचा लेकिन फिर मैंने खुद को एक और मौका दिया। मैंने अपने कोच और टीम के खिलाडिय़ों से बात की और फिर इस बात का अहसास हुआ कि सिर्फ 29 वर्ष की उम्र में अपने सपनों को छोड़ देने का विचार पागलपन ही है। वहीं भारत के खिलाफ चेन्नई मैच में भी नाइल को अन्य तेज गेंदबाज मिशेल स्टार्क, जोश हेजलवुड और जेम्स पैटिनसन के चोटिल होने के कारण मौका दिया गया।
फिट रहने पर ही मिलता है मौका
टेस्ट टीम में पदार्पण के बारे में पूछने पर नाइल ने कहा कि वह 2015 में बॉक्सिंग-डे टेस्ट के लिये टीम में जगह बनाने के करीब थे लेकिन कंधे में चोट के कारण वह ऐसा नहीं कर सके। उन्होंने कहा कि मैं टीम में जगह बनाने के करीब था लेकिन स्टार्क, हेजलवुड, पैटिनसन और कङ्क्षमस के साथ शामिल नहीं हो सका। क्रिकेट का यही रवैया होता है जो उस समय फिट है मौका उसे ही मिलता है। मुझे अब बस टेस्ट टीम में शामिल होने के लिये खुद को फिट रखना है
Published on:
19 Sept 2017 09:59 pm
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