10 दिसंबर 2025,

बुधवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Ind vs Sri: तीसरे मैच का वो टर्निंग प्वाइंट, जिसने भारत की रिकॉर्ड जीत सुनिश्चित की

जानें, तीसरे मैच के उस टर्निंग प्वाइंट के बारे में, जिसने भारत की लगातार आठवीं सीरीज को मुकम्मल किया।

2 min read
Google source verification
ind vs sri

नई दिल्ली। भारत और श्रीलंका के बीच खेले गए तीसरे और निर्णायक मैच में एक समय मेहमान टीम की स्थिति काफी मजबूत थी। उपुल थरंगा और सदीरा समरविक्रमा के बीच दूसरे विकेट के लिए 121 रनों की साझेदारी हो चुकी थी। इस मजबूत बुनियाद पर टीम बड़े स्कोर की ओर बढ़ रही थी। लेकिन तभी यजुवेंद्र चहल ने सदीरा को आउट कर इस साझेदारी को तोड़ दिया। टीम इसके बाद भी बड़ा स्कोर बना कर टीम इंडिया को चुनौती दे सकती थी। लेकिन इसी बीच युवा चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव वो ओवर फेंकने आए, जिसमें मैच का पासा पलट गया। श्रीलंका की पारी का 27 ओवर फेंकने आए कुलदीप ने इस ओवर में श्रीलंका के दो दिग्गज बल्लेबाजों को आउट करने में कामयाबी हासिल की। शतक के करीब आ चुके उपुल थरंगा को 95 जबकि निरोशन डिकवेला को 8 के स्कोर पर आउट करते हुए कुलदीप ने मैच में भारत की पकड़ को मजबूत कर दिया। जिसके बाद नियमित अंतराल पर मेहमान टीम के विकेट गिरते गए। और पूरी टीम महज 215 पर आउट हो गई।

मैच का टर्निंग प्वाइंट
श्रीलंका की पारी के दौरान कुलदीप का फेंका गया 27 वां ओवर मैच का टर्निंग प्वाइंट रहा। जिसके बारे में खुद
चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव का मानना है कि रविवार को श्रीलंका के खिलाफ खेले गए निर्णायक मुकाबले में एक ओवर में उनके द्वारा लिए गए दो विकेटों ने मैच का रुख बदल दिया। भारतीय गेंदबाजों ने श्रीलंका को 215 रनों पर ही ढेर कर दिया था। इसमें कुलदीप और युजवेंद्र चहल द्वारा लिए गए तीन-तीन विकेट काफी अहम थे।

क्या कहा कुलदीप ने
मैच के बाद कुलदीप ने कहा कि उनके बल्लेबाज विकेट पर जमे हुए थे और हम जानते थे कि मध्य ओवरों में हमें विकेटों की जरूरत है। मैंने दो विकेट एक ही ओवर में लिए और इससे मैच का रुख हमारी तरफ हो गया। उन्होंने कहा कि विकेट स्पिन गेंदबाजों के लिए काफी अच्छी थी। हमें अच्छी खासी स्पिन मिल रही थी जिसे देखकर मुझे खुशी हुई।

तैयारी रखती है मायने- कुलदीप
कुलदीप को इस मैच में हरफनमौला खिलाड़ी वॉशिंगटन सुंदर के स्थान पर अंतिम एकादश में जगह मिली थी। सुंदर बीमारी के कारण नहीं खेल सके। कुलदीप ने कहा कि मैंने अपनी गेंद की लैंग्थ पर भी काफी काम किया है। आपकी तैयारी काफी मायने रखती है। जब आप खेलते नहीं हो तो अभ्यास करते हो और अपनी फिटनेस तथा फील्डिंग पर काफी मेहनत करते हो। जब आपको मौका मिलता है तो आप अपना सर्वश्रेष्ठ देना चाहते हो।

कप्तान रोहित ने भी की तारीफ
कप्तान रोहित ने भी अपने गेंदबाजों की तारीफ करते हुए कहा कि आपके पास टीम में जब इस तरह के गेंदबाज होते हैं तो कप्तान के तौर पर आपका काम आसान हो जाता है। आप उनको गेंद देते हैं तो वो आपको विकेट देते हैं। जब भी हम मुश्किल स्थिति में फंसते हैं तो, वो हमें बाहर निकाल लेते हैं।