8 दिसंबर 2025,

सोमवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

कोहली परिपक्व और टीम इंडिया के बॉस हैं: शास्त्री

भारतीय टीम की मौजूदा लय की प्रशंसा करते हुए शास्त्री ने कहा कि विराट मैदान और मैदान के बाहर परिपक्वता दिखा रहे हैं वह बहुत संतोषजनक है।

3 min read
Google source verification
rave

नई दिल्ली. कप्तान विराट कोहली ही असल में टीम इंडिया के बॉस हैं और वह बतौर कोच उन्हें केवल मार्गदर्शन दे रहे हैं। यह कहना है भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य कोच रवि शास्त्री का। भारतीय टीम की मौजूदा लय की प्रशंसा करते हुए शास्त्री ने कहा कि विराट मैदान और मैदान के बाहर जिस तरह से परिपक्वता दिखा रहे हैं उसे देखकर वह बहुत संतोषजनक है। पूर्व क्रिकेटर शास्त्री को राष्ट्रीय टीम का कोच बनाने में भी कप्तान की सबसे अहम भूमिका रही थी और कोच तथा कप्तान के बीच मजबूत तालमेल हमेशा ही चर्चा में भी रहता है। शास्त्री ने विराट की जमकर प्रशंसा करत हुए कहा कि वह हमेशा विराट की मदद के लिये तैयार रहते हैं। उन्होंने दोहराया कि उनके और विराट के बीच संबंध भी काफी बढिय़ा हैं। शास्त्री ने कहा कि हमारे बीच बेहतरीन तालमेल है। हम दोनों काफी हद तक एक जैसे ही हैं। हम केवल जीतने के लिये खेलते हैं। कोच ने कहा कि हमारी टीम के खिलाफ केवल समय बिताने के लिये टीम का हिस्सा नहीं हैं। हम लडऩे और जीतने के लिये ही उतरते हैं। विराट की कप्तानी में जहां भारत इस समय दुनिया की नंबर एक टेस्ट टीम है वहीं शास्त्री ने अपने करियर में केवल एक टेस्ट में ही भारत का नेतृत्व किया है।

2019 विश्वकप तक रहेंगे शास्त्री कोच की भूमिका में
टीम इंडिया के पूर्व कप्तान रहे शास्त्री वर्ष 2014 से अप्रैल 2016 तक भारतीय टीम के टीम निदेशक की भूमिका में थे लेकिन जुलाई में उन्हें राष्ट्रीय टीम का मुख्य कोच नियुक्त कर दिया गया था। शास्त्री 2019 विश्वकप तक दो वर्ष के लिए कोच बनाए गए हैं। विराट के एक आक्रामक बल्लेबा•ा से मौजूदा सफल कप्तान तक के सफर को लेकर कोच ने कहा कि निश्चित ही स्टार खिलाड़ी पहले से काफी शांत हुए हैं और मैदान पर उनके संयम से टीम को भी काफी फायदा मिला है। उन्होंने कहा कि वह अब पहले से अधिक परिपक्व हुए हैं। वह अभी भी केवल 29 साल के ही हैं और युवा हैं। उनके करियर के अभी सात-आठ वर्ष और बाकी हैं। उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि यहां से वह आगे छह-सात साल के लिए और टीम की कमान संभाले रख सकते हैं और आप देखेंगे कि वह किस तरह से और बेहतर होते जा रहे हैं। उनकी शख्सियत में आक्रामकता के साथ अब काफी संयम भी आया है जो टीम के लिए बहुत अच्छा है। सभी चाहेंगे कि विराट उनकी बात सुनें लेकिन साथ ही वह भारतीय टीम की कप्तानी भी कर रहे हैं। शास्त्री ने कहा कि एक समय ऐसा भी था कि उनके और विराट के विचार में अंतर था लेकिन अब दोनों एक जैसा सोचते हैं और टीम को आगे ले जाने की सोच के साथ काम करते हैं।

टीम इंडिया की हाल की सफलताएं काबिले-ए-तारीफ
राष्ट्रीय कोच ने कहा कि आखिर कप्तान ही टीम का बॉस होता है और बतौर कप्तान वह कोच से सलाह ले सकते हैं। लेकिन जरूरी नहीं है कि वह मेरी हर बात को मानेंगे ही। वह चाहते हैं कि विराट अपने दिमाग से ही निर्णय लेंगे। उन्होंने कहा, सपोर्ट स्टाफ उनकी मदद करने के लिए और सलाह देने के लिए है। मैं टीम में कुछ खास संयोजनों को लेकर उनकी मदद कर सकता हूं लेकिन आखिर में मुझे खुशी होगी कि वह खुद ही फैसले करें। खेल के सभी टेस्ट, वनडे और ट््वंटी 20 प्रारूपों में जबरदस्त प्रदर्शन कर रही मौजूदा टीम इंडिया को लेकर उन्होंने कहा, हमारी मौजूदा टीम पहले की टीमों से अलग है क्योंकि इसमें भरपूर आत्मविश्वास है। उनके खेल और जीत की भूख है। पहले की टीमों में भी ऐसा था लेकिन आज के खिलाड़ी खुलकर खेलने वालों में है। उनके पास विराट जैसा कप्तान है जो बिल्कुल हिचकिचाता नहीं है। शास्त्री ने कहा कि हमारी टीम के खिलाड़ी जानते हैं कि उन्हें विदेशी जमीन पर भी अच्छा खेलना होगा। वैसे उन्हें घरेलू और विदेशी जमीन पर काफी सफलता मिली भी है। वे जानते हैं कि इसके क्या मायने हैं। भारत के इन युवा खिलाडिय़ों ने हाल में जिस तरह की बड़ी सफलताएं हासिल की हैं वह काबिलेतारीफ हैं। विश्वकप में भी हमारी टीम ने बहुत अच्छा प्रदर्शन किया है और एशिया कप भी जीता है। मैं इन खिलाडिय़ों को एक साथ अगले कई और वर्षाें तक साथ देखता हूं।