
नई दिल्ली। भारत की राष्ट्रीय डोप परीक्षण प्रयोगशाला (एनडीटीएल) को छह महीने के लिए निलंबित करने के विश्व डोपिंग रोधी एजेंसी (वाडा) के फैसले की काफी आलोचना हो रही है। केंद्रीय खेल मंत्री किरण रिजिजू ने इस बारे में नाराजगी व्यक्त की है।
रिजिजू ने कहा, "अतीत में कुछ समस्याएं थीं, लेकिन खेल मंत्री का पदभार संभालने के बाद मैंने उन मुद्दों पर संज्ञान लिया और सुधार शुरू किया। यह निराशाजनक है कि इन प्रयासों के बावजूद वाडा ने यह कदम अपनाया है। हम इस प्रतिबंध के खिलाफ अपील करेंगे। अपील की प्रक्रिया शुरू की जा चुकी है।"
नाडा अभी खिलाड़ियों के नमूने ले सकती है, लेकिन वह एनडीटीएल में इसकी जांच नहीं कर सकती है। इसकी जांच के लिए उसे वाडा से मान्यता प्राप्त प्रयोगशाला की जरूरत पड़ेगी। एनडीटीएल देश की एकमात्र ऐसी प्रयोगशाला है, जो डोप टेस्ट करती है।
वाडा ने एक बयान में कहा, "वाडा की जांच के दौरान एनडीटीएल को प्रयोगशालाओं के लिए तय अंतर्राष्ट्रीय मानकों (आईएसएल) के अनुरूप नहीं पाया गया जिसके कारण उसे निलंबित किया गया है।"
वाडा ने कहा, "यह निलंबन 20 अगस्त से प्रभावी है और एनडीटीएल अब किसी प्रकार की डोपिंग रोधी गतिविधि में शामिल नहीं हो पएगी। इसमें रक्त और मूत्र के नूमनों का विश्लेषण भी शामिल है।"
वाडा ने कहा, "उन नमूनों को भारत के बाहर वाडा से मान्यता प्राप्त प्रयोगशाला में भेजना होगा जिसे एनडीटीएल पहले ही एकत्र कर चुकी है, जो फिलहाल पुष्टि की प्रक्रिया में शामिल हैं या जिनके विश्लेषण के खिलाफ रिपोर्ट की गई है।"
वाडा ने यह भी कहा कि एनडीटीएल इस निर्णय के खिलाफ अगले 21 दिनों में कोर्ट ऑफ आर्बिटेशन फॉर स्पोर्ट्स (सीएएस) में अपील कर सकती है।
Updated on:
24 Aug 2019 01:47 pm
Published on:
24 Aug 2019 10:59 am
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