सचिन तेंदुलकर ने नए साल की पूर्व संध्या पर कहा कि साल 2020 से शुरू हो रहा नया दशक बच्चों का होना चाहिए। उनके साथ समय बिताएं, प्यार दें और उन्हें गलती करने की छूट दें। हमें उन्हें बड़े सपनों के लिए तैयार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि उनकी सेहत, पोषण और शिक्षा में सही तरह से निवेश कर हम उन्हें उनके सपने सच करने के लिए प्रेरित कर सकते हैं।
सचिन तेंदुलकर ने खेल की अहमियत पर जोर देते हुए कहा कि खेल न सिर्फ हमारे बच्चों को सक्रिय और स्वस्थ रखता है, बल्कि बच्चे इससे टीमवर्क भी सीखते हैं। उन्होंने समान मौके की वकालत करते हुए कहा कि हर बच्चे को जीवन के हर कदम पर समान मौका मिलना चाहिए। उनके साथ किसी तरह का भेदभाव नहीं होना चाहिए।