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मोहम्मद शमी ने अपनी हैट्रिक का श्रेय महेंद्र सिंह धोनी और जसप्रीत बुमराह को दिया

Mohammed Shami ने बताया महेंद्र सिंह धोनी ने यॉर्कर फेंकने को कहा था कहा- बुमराह ने उनके लिए अधिक रन नहीं छोड़े होते तो योजना लागू करने में होती परेशानी

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Mohammad shami

मोहम्मद शमी ने अपनी हैट्रिक का श्रेय महेंद्र सिंह धोनी और जसप्रीत बुमराह को दिया

साउथेम्पटन :मोहम्मद शमी(Mohammed Shami) ने आईसीसीसी क्रिकेट विश्व कप 2019 (icc cricket world cup 2019) में हैट्रिक लेकर इस विश्व कप में ऐसा करने वाले वह पहले गेंदबाज बनें तो विश्व कप इतिहास के नवें खिलाड़ी। अगर भारतीय क्रिकेट (Indian cricket) की बात करें तो वह दूसरे ऐसे गेंदबाज हैं, जिन्होंने विश्व कप में हैट्रिक लिया है। शमी से पहले 1987 विश्व कप में चेतन शर्मा यह कारनामा कर चुके हैं। अपनी इस उपलब्धि का श्रेय मोहम्मद शमी ने जसप्रीत बुमराह और महेंद्र सिंह धोनी को दिया। इस मैच में मोहम्मद शमी ने 9.5 ओवर में 40 रन देकर चार विकेट झटके।

महेंद्र सिंह धोनी ने हैट्रिक डालने का दिया था सुझाव

मोहम्मद शमी ने कहा कि उनकी रणनीति एकदम सहज थी। माही भाई ने उन्हें यॉर्कर डालने का सुझाव दिया था। उन्होंने कहा कि अब कुछ मत बदलो, क्योंकि तुम्हारे पास हैट्रिक हासिल करने का शानदार मौका है। किसी गेंदबाज के लिए हैट्रिक शानदार उपलब्धि होती है और तुम्हें इसके लिए कोशिश करनी चाहिए और अगली गेंद पर मोहम्मद शमी ने वही किया, जो महेंद्र सिंह धोनी ने उन्हें बताया था।

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भुवनेश्वर के अनफिट होने से मिला मौका

मोहम्मद शमी को इस मैच में भुवनेश्वर कुमार की हैमस्ट्रिंग के कारण मौका मिला था। शमी ने कहा कि अंतिम एकादश में शामिल होने का मौका मिलना थोड़ा मुश्किल था। लेकिन वह जानते थे कि जब भी मौका मिलेगा तो वह इसका पूरा फायदा उठाएंगे। उन्होंने कहा कि जहां तक बात हैट्रिक लेने की है तो कम से कम विश्व कप में यह दुर्लभ उपलब्धि ही है। वह यह उपलब्धि हासिल कर बहुत खुश हैं।

अपनी रणनीति पर कायम था

मोहम्मद शमी ने बताया कि उनके पास अंतिम ओवर में सोचने का समय नहीं था। दिमाग में बस यही लक्ष्य था कि रणनीति के हिसाब से खेला जाए। अगर वह वैरिएशन आजमाते तो रन बनने की संभावना ज्यादा हो जाती। इसलिए वह बल्लेबाज का दिमाग पढ़ने की कोशिश करने के बजाय अपनी रणनीति का कार्यान्वयन करना चाहते थे।

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बुमराह ने कम रन देकर मौका उपलब्ध कराया

अफगानिस्तान के खिलाफ 49वां ओवर जसप्रीत बुमराह ने फेंका था। अंतिम 12 गेंदों पर अफगानिस्तान को जीत के लिए 21 रन चाहिए थे। लेकिन 49वें ओवर में बुमराह ने सिर्फ पांच रन दिए। इस तरह शमी के पास अंतिम छह गेंद पर लक्ष्य बचाने के लिए 16 रन थे। विश्व कप में अपना पहला मैच खेल रहे मोहम्मद शमी ने पहली ही गेंद पर चौका दे दिया और इसके बाद अगली गेंद पर कोई रन नहीं दिया। फिर लगातार तीसरी, चौथी और पांचवीं गेंद पर तीन विकेट लेकर इतिहास रच दिया। मैच के बाद इस पर बात करते हुए शमी ने कहा कि बुमराह ने उनके लिए इतने रन छोड़ दिए थे कि वह आसानी से अपनी रणनीति लागू करने की सोच सकते थे। उन्हें बुमराह के साथ गेंदबाजी कर सच में बेहद मजा आया।