शिवनाराणयण चंद्रपॉल हमेशा आंख के नीच काली पट्टी बनवाकर खेलते।
नई दिल्ली। वेस्टइंडीज क्रिकेट के लिए शिवनारायण चंद्रपॉल कभी ना भूलने वाला नाम है। बाएं हाथ का ये खिलाड़ी वेस्टइंडीज का सलामी बल्लेबाज रह चुका है। चंद्रपॉल को आउट करना विरोध टीम के लिए अक्सर चुनौतीपूर्ण होता था। भारतीय मूल का ये खिलाड़ी अब तो अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह चुका है। अपने करियर के दौरान चंद्रपॉल का एक स्टाइल लोगों के लिए रहस्य बना हुआ था। दरअसल, वो स्टाइल था कि चंद्रपॉल जब बल्लेबाजी या फील्डिंग करते थे तो उनकी आंख के नीचे एक स्टीकर हुआ करता था, जिसे लगवाकर वो मैदान पर उतरते थे।
धूप से बचने वाला स्टीकर होता था चंद्रपॉल की आंख के नीचे ये निशान
बहुत ही कम लोग इस बात को जानते होंगे कि आखिरी वो क्या चीज थी और उसको लगाने का मोटिव क्या था? कहने वाले तो ये तक कहते हैं कि वो अपने देश का झंडा बनवाकर खेलते थे, लेकिन असल में वो काले रंग का एक स्टीकर होता था, जिसे सूरज की किरणों से बचने के लिए लगाया जाता था। इन्हें एंटी-ग्लेयर स्टिकर कहते हैं जो धूप में खेलते हुए आंखों पर पड़ने वाली धूप के असर को कम करते हैं। चंद्रपॉल मैदान पर इस स्टिकर को लगाकर ही उतरते थे।
2015 में चंद्रपॉल ने खेला था आखिरी टेस्ट मैच
शिवनारायण चंद्रपॉल का करियर करीब दो दशक तक चला था। अपने करियर में उन्होंने 11000 टेस्ट रन, 9000 वनडे रन बनाए हैं। चंद्रपॉल ने अपने करियर का आगाज साल 1994 में किया था। 2015 में उन्होंने करियर का आखिरी टेस्ट मैच खेला था। 41 साल के इस खिलाड़ी ने 2016 में इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह दिया था। 164 टेस्ट खेलने वाले चंद्रपॉल वेस्टइंडीज के लिए रिकॉर्ड्स के मामले में सिर्फ ब्रायन लारा से पीछे हैं।