तालिबान और अमरीका से की तुलना
पीसीबी अध्यक्ष के रूप में हाल ही रमीज राजा ने कार्यभार संभाला है। ऐसेे में शोएब अख्तर को लगता है कि पाकिस्तान के खराब प्रदर्शन पर वे मिस्बाह उल हक और वकार यूनिस को नहीं बख्शते। एक मीडिया हाउस से बात करते हुए शोएब अख्तर ने मिस्बाह उल हक और वकार यूनिस के भागने की स्थिति की तुलना तालिबान और अमरीका से की। उन्होंने चैनल से बात करते हुए कहा कि उन्हें लगता है कि वकार और मिस्बाह का इस्तीफा कुछ ऐसा ही हुआ है जैसा तालिबान ने अमरीकी सेना के साथ किया है। साथ ही उन्होंने कहा कि उन्हें लगता है कि वे जानते थे कि रमीज राजा उन्हें नहीं छोड़ेंगे, इसलिए उन्होंने मैदान छोड़कर भागने का फैसला किया।
पीसीबी के फैसले का इंतजार करना चाहिए था
शोएब अख्तर ने यह भी कहा कि मिस्बाह और वकार को अपने फैसले की घोषणा करने के बजाय पीसीबी के फैसले का इंतजार करना चाहिए था। यह निर्णय भी काफी खराब रहा, क्योंकि यह टी20 विश्व कप से ठीक पहले आया था। साथ ही अख्तर ने कहा कि उन्हें लगता है कि दोनों कोच को डर था कि वे बेनकाब हो जाएंगे और इसलिए वे भाग गए।
यह भी पढ़ें— पाकिस्तानी गेंदबाज मोहम्मद आमिर ने संन्यास का फैसला लिया वापस, जानिए वजह
‘दोनों ने भागकर खुद को एक्सपोज कर दिया’
शोएब अख्तर ने कहा कि चाहे आदमी अच्छा हो या बुरा लेकिन अंत में उनका पर्दाफाश हो जाएगा। साथ ही उन्होंने कहा कि दोनों कोच ने भागकर खुद को एक्सपोज कर दिया। अख्तर का कहना है कि पीसीबी अगर उनको बर्खास्त करना चाहता है तो उन्हें करने देना चाहिए था। आपको वर्ल्ड कप के लिए 100 प्रतिशत देना चाहिए था। अख्तर ने दोनों कोच को इस तरह से भागने पर कायर बताया। वहीं मिस्बाह उल हक ने अपने इस्तीफे के पीछे बायो बबल की थकान और पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पैक कैलेंडर को वजह बताया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के इंटरनेशनल शेड्यूल के कारण अधिकांश समय बायो-बबल के अंदर बिताना होगा और अपने परिवार से दूर रहना होगा। इसी वजह से उन्होंने इस्तीफा देने का फैसला किया।