
Why Ravichandran Ashwin was Facing Criticism For 'Mankading
नई दिल्ली। IPL 2019 के थे मैच में राजस्थान रॉयल्स का मुकाबला किंग्स इंलेवन पंजाब से हुआ था। इस मैच को पंजाब ने जीता था। लेकिन इस जीत के लिए टीम के कप्तान आर अश्विन (Ravichandran Ashwin ) को आलोचना का सामना करना पड़ता था। इस आलोचना की वजह थी ‘मांकडिंग”। दरअसल, मांकडिंग का मतलब होता है बैट्समैन के बॉल डलने से पहले क्रीज़ से बाहर निकलने वाला रन-आउट। इस मैच में भी आर अश्विन ने राजस्थान रॉयल्स के ओपनर बल्लेबाज जोंस बटलर को ऐसे ही आउट किया था, जिसे लेकर काफी विवाद हुआ था।
अब इसी ‘मांकडिंग’ को लेकर दिल्ली कैपिटल्स के हैड कोच और फॉर्मर ऑस्ट्रेलियन बैट्समेन रिकी पोन्टिंग ने आर अश्विन से बात की है। जिसके बाद उन्होंने कहा है कि वे भी ‘मांकडिंग’ को लेकर उनके जैसा ही सोच रखते हैं। सोच एक जौसी होने की वजह ये भी है कि इस साल अश्विन दिल्ली कैपिटल्स का हिस्सा हैं। ये तो रहा मांकडिंग का विवाद लेकिन क्या आपको पता है क्या होता है मांकडिंग रन आउट? और इसकी शुरूआत कैसे हुई थी? चलिए जानते हैं इस मांकडिंग का इतिहास।
क्या होता है मांकडिंग?
क्रिकेट के मांकडिंग को लेकर हमेशा विवाद रहा है। मांकडिंग रनआउट में नॉन-स्ट्राइकर गेंदबाज के गेंद क्रिच से बाहर हो जाता है। जिसके बाद बॉलर नॉन-स्ट्राइकर पर खड़े खिलाड़ी को रन आउट कर देता है। इसे ही क्रिकेट की भाषा में ‘मांकडिंग रन’ आउट कहा जाता है।
मांकडिंग रन आउट का नाम पूर्व भारतीय क्रिकेटर वीनू मांकड के नाम पर रखा गया है। दरअसल, 13 दिसंबर 1947 को वीनू मांकड ने ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज बिल ब्राउन को इसी तरह रन आउट किया गया था।
वीनू गेंदबाजी कर रहे थे और उन्होंने ब्राउन को क्रीज से बाहर निकलने पर रन आउट कर दिया। ऐसा उन्होंने दूसरी बार किया था। इसी घटना के बाद इस रन आउट को मांकडिंग रन आउट कहा जाने लगा है।
Published on:
09 Sept 2020 11:28 am
बड़ी खबरें
View Allक्रिकेट
खेल
ट्रेंडिंग
